इस गांव में सावन आते ही छा जाता है मातम, लोग नहीं करते शिव जी की पूजा ये है बड़ी वजह..

सावन में जहां हर तरफ शिव जी के जयकारे गूंज रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ एक एेसी भी मंदिर भी जहां पर पीछे 9 सालाें से काेई पूजा नहीं हुई, यहां तक की जब भी सावन अाता हैं, यहां पर मातम छा जाता हैं। दरअसल, हम बात कर रहे है हरियाणा के बाघनकी गांव की, जहां पर 2 अगस्त 2010 गांव के 22 युवाओं सहित साथ कुल 24 लोगों का दल कांवड़ यात्रा पर निकला और गुप्तकाशी के पास एक सड़क हादसे में मारा गया। गांव में एक साथ 22 युवाओं का शव देखकर लोगों को ऐसा सदमा लगा, जिससे वह अब तक उबड़ नहीं पाए हैं।

उस दिन एक साथ 10 परिवारों के चिराग बुझ गए। दर्जन भर महिलाएं विधवा हो गईं। इस हादसे ने बूढ़े मां-बाप का सहारा छीन लिया। बहनों ने उस साल राखी का त्योहार नहीं मनाया। यहां तक की कई लाेगाें ने गांव तक ही छाेड़ दिया। 

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अब इस गांव में काेई भी महिला शिवरात्रि का व्रत नहीं रखती और ना कोई शिव मंदिर जाता है। पिछले 9 साल से इस मंदिर में काेई साफ-सफाई नहीं की गई है, जिस कारण यहां घास उग आई है। तब से अब तक यहां पर काेई पूजा नहीं हाेती हैं।

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