मुजफ्फरपुर और देवरिया के बाद अब MP के भोपाल के छात्रावास रेपकांड में संचालक अरेस्ट
भोपाल: बिहार के मुजफ्फरपुर और यूपी के देवरिया में लड़कियों से रेप के बाद मध्यप्रदेश में भी सनसनीखेज एक एक रेपकांड सामने आया है. यहां एमपी की राजधानी भोपाल में एक मूक बधिर आदिवासी युवती से रेप में एक हॉस्टल संचालक को गिरफ्तार किया गया है. एक मूक बधिर आदिवासी युवती की शिकायत पर पुलिस ने भोपाल के एक छात्रावास संचालक को दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार किया है. इस बीच कांग्रेस ने आरोप लगाया कि इस छात्रावास को शासन से अनुदान प्राप्त होता था. इसके साथ ही कांग्रेस ने प्रदेश के सभी छात्रावासों का सोशल ऑडिट कराने की मांग के साथ ही मामले की सीबीआई जांच की मांग की है.
छात्रावासों का हर माह निरीक्षण हो
दुष्कर्म की घटना को गंभीरता से लेते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वह प्रदेश के सभी आश्रय स्थलों और छात्रावासों का हर महीने निरीक्षण करें.
तीन साल से युवती हो रही थी रेप का शिकार
भोपाल डीआईजी धर्मेंद्र चौधरी ने शुक्रवार को बताया, ”मूलत: धार जिले की रहने वाली एक युवती की शिकायत पर पुलिस ने भोपाल के छात्रावास संचालक अश्विनी शर्मा को दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार किया है.” डीआईजी चौधरी ने बताया कि पुलिस को की गई शिकायत में युवती का आरोप है कि वह राजधानी के एक छात्रावास में पिछले तीन साल से रह रही है. इस दौरान छात्रावास के संचालक अश्विनी शर्मा ने उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया.
धार में जाकर युवती ने एफआईआर करवाई
डीआईजी चौधरी ने कहा कि युवती धार जिले की रहने वाली है और वहां अपने घर जाने के बाद उसने पुलिस में इस मामले की शिकायत दर्ज करवाई. पुलिस ने आरोपी शर्मा को आईपीसी की धारा 376 :दुष्कर्म: धारा 354, धारा 344, धारा 504 और एसटी, एससी अधिनियम की संबद्ध धाराओं में गिरफ्तार किया है.
मामले की विस्तृत जांच होगी
पुलिस महानिरीक्षक (गुप्तवार्ता) मकरंद देउस्कर ने यहां पुलिस मुख्यालय में मीडियाकर्मियों को बताया कि पुलिस द्वारा इस मामले की विस्तृत जांच की जाएगी. उन्होंने कहा कि आरोपी छात्र और छात्राओं के लिये अवधपुरी इलाके में दो छात्रावास संचालित करता था. उन्होंने कहा, ”पुलिस छात्रावास में रहने वाली अन्य छात्राओं से भी विस्तृत पूछताछ करेगी.”
कांग्रेस ने की सीबीआई जांच की मांग की
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सीएम को पत्र भेजकर मामले की जांच की मांग की है. प्रदेश कांग्रेस मीडिया सेल की अध्यक्ष शोभा ओझा ने शुक्रवार को पत्रकारवार्ता में दावा किया कि आरोपी शर्मा के इस छात्रावास को सरकार से अनुदान प्राप्त होता है. इसके साथ ही ओझा ने कहा कि प्रदेश सरकार को प्रदेश में चल रहे सरकारी और अनुदानप्राप्त आश्रय स्थलों एवं छात्रावासों की सोशल आडिट करानी चाहिए.
मूक-बधिर आदिवासी युवतियों से हुये दुष्कर्म मामले में कमलनाथ जी का मुख्यमंत्री को पत्र :
-पूरे मामले की सीबीआई जाँच हो।
-पंजीकृत/अपंजीकृत एनजीओ की सूची सार्वजनिक हो।
-संस्थाओं का निरीक्षण हो।
-अपंजीकृत संस्थाओ को सरकारी अनुदान की जानकारी सार्वजनिक हो।
-सख़्त कार्यवाही हो। pic.twitter.com/R7TysqlKXK— MP Congress (@INCMP) August 10, 2018
15 साल के बीजेपी शासन में 532 फीसदी रेप बढ़े
ओझा ने कहा, अवधपुरी के छात्रावास की घटना बिहार के मुजफ्फरपुर और देवरिया में हुई घटनाओं के समान है. यह चौंकानेवाली घटना है, क्योंकि मूक और बधिर बच्चियां भी छात्रावासों में सुरक्षित नहीं है.” उन्होने दावा किया कि प्रदेश में पिछले 15 साल के बीजेपी शासन काल में बलात्कार की वारदातों में 532 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है और प्रदेश सरकार इन्हें रोकने में नाकाम रही है.