राजस्थान सत्ता और संगठन में फेरबदल के संकेत, हो सकतें हैं ये बड़े बदलाव

जयपुर।राजस्थान से राज्यसभा चुनाव के लिए भाजपा के 3 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र दाखिल किए जाने के बाद मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे करीब 8 माह बाद होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है। वसुंधरा राजे ने सोमवार शाम अचानक केबिनेट मंत्रियों को अपने आवास पर बुलाकर चुनावी रण में जुटने के निर्देश दिए।

वसुंधरा राजे ने करीब एक घंटे तक मंत्रियों की बैठक ली और सभी से जिलों में जाकर अपने-अपने विभाग की योजनाओं की निरंतर समीक्षा करने के निर्देश दिए । मंत्रियों को अपने प्रभार वाले जिलों के साथ ही अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों का भी निरंतर दौरा करने के निर्देश दिए गए। वसुंधरा राजे ने इस दौरान मंत्रिमण्डल में फेरबदल के संकेत भी दिए।

उन्होंने मंत्रियों से कहा कि,अब चुनाव के हिसाब से काम करना होगा और जो सही ढंग से काम नहीं करेगा उसकी छुट्टी कर दी जाएगी । बैठक के बाद बाहर आए दो केबिनेट मंत्रियों ने अपने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि मुख्यमंत्री के व्यवहार और बातचीत से यह लगा रहा था कि मंत्रिमण्डल में फेरबदल शीघ्र होने वाला है ।मंत्रियों के साथ बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चर्चा कर आम लोगों से जुड़ी योजनाओं को लेकर चर्चा की मुख्यमंत्री के निकट सूत्रों के अनुसार आगामी एक सप्ताह में राज्य में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल होगा । विधानसभा चुनाव को देखते हुए होने वाले इस फेरबदल में अधिकांश जिला कलेक्टर एवं विभागाध्यक्ष बदले जाएंगे ।मुख्यमंत्री के निर्देश पर आधा दर्जन मंत्रियों ने सोमवार देर शाम समाज कल्याण मंत्री अरूण चतुर्वेदी के निवास पर बैठक कर विधानसभा चुनाव की रणनीति को लेकर चर्चा की ।

उल्लेखनीय है कि पिछले माह हुए दो लोकसभा एवं एक विधानसभा चुनाव में हार के बाद ही भाजपा संगठन में प्रदेश से लेकर मंडल स्तर तक के पदाधिकारियों को बदले जाने को लेकर कवायद शुरू हो गई है । इस बारे में प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना और राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री वी.सतीश आरएसएस के पदाधिकारियों एवं भाजपा के पुराने नेताओं से फीडबैक लेने में जुटे हैं ।

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