Android Q Beta में इसके पिछले वेरिएंट Android 9.0 Pie के मुकाबले अलग फीचर्स दिए गए
तकनीकी कंपनी Google का डेवलपर्स कान्फ्रेंस GDC19 इसी महीने 19 मार्च को आयोजित होने वाली है। इस कान्फ्रेंस में Google का मुख्य फोकस गेमिंग पर रहेगा। इस बात की जानकारी Google ने अपने ट्वीट के जरिए दी है। इस कान्फ्रेंस से पहले ही Google ने अपने लेटेस्ट ऑपरेटिंग सिस्टम Android Q Beta के पहले वर्जन को Google Pixel स्मार्टफोन यूजर्स के लिए रोल आउट करना शुरू कर दिया है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक Android Q Beta में इसके पिछले वेरिएंट Android 9.0 Pie के मुकाबले अलग फीचर्स दिए गए हैं। इस नए ऑपरेटिंग सिस्टम में भी पिछले ऑपरेटिंग सिस्टम की तरह ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस फीचर्स पर फोकस किया गया है। गूगल ने अपने इस नए ऑपरेटिंग सिस्टम में कंट्रोल ओवर लोकेशन डाटा, फास्टर ऐप स्टार्ट अप जैसे कई फीचर्स जोड़े हैं।
Android Q Beta
इस नए ऑपरेटिंग सिस्टम के बीटा वर्जन को Android Q के आधिकारिक बीटा के तौर पर रोल आउट किया गया है। गूगल के वाइस प्रेसिडेंट (इंजीनियरिंग) ने अपने ब्लॉग पोस्ट के जरिए ऐप डेवलपर्स को इस ऑपरेटिंग सिस्टम के मुख्य फीचर्स के बारे में बताया है। Android Q में अतिरिक्त प्राइवेसी और सिक्युरिटी पर फोक्स किया जाएगा। ऐप डेवलपर्स इस नए ऑपरेटिंग सिस्टम के कैमरा फीचर जैसे कि डेप्थ मोड में अधिक 3D फिल्टर्स, कस्टमाइज्ड बोकेह फिल्टर्स आदि दिए जा सकते हैं। साथ ही, इसमें ऐप को लोड होने में कम समय लगेगा।
Android Q Beta के पहले वेरिएंट को किसी भी Google Pixel डिवाइस पर एक्सेस किया जा सकता है। इसके लिए Google Pixel यूजर्स को Android Q Beta प्रोग्राम के लिए रजिस्टर करना पड़ेगा। इस ऑपरेटिंग सिस्टम के फाइनल बिल्ड को इस साल मई में आयोजित होने वाले Google I/O में पेश किया जाएगा। आइए, जानते हैं Android Q Beta से जुड़ी हर बात
इन स्मार्टफोन्स पर मिलेगा Android Q Beta
Android Q Beta को आप Pixel 3, Pixel 3 XL, Pixel 2, Pixel 2 XL and Pixel और Pixel XL स्मार्टफोन्स पर एक्सेस कर सकते हैं। Google ने बताया कि इन डिवाइस के डाउनलोड होने वाले सिस्टम इमेज को भी उपलब्ध करा दिया गया है। जिन यूजर्स के पास Google के स्मार्टफोन्स नहीं हैं वो भी एंड्रॉइड इम्यूलेटर के जरिए इस सिस्टम इमेज को डाउनलोड कर सकेंगे। इसके बाद एंड्रॉइज स्टूडियो में मौजूद SDK मैनेजर के जरिए इस नए ऑपरेटिंग सिस्टम को टेस्ट कर सकेंगे।
Android Q में प्राइवेसी पर किया जाएगा फोकस
गूगल के इस नए ऑपरेटिंग सिस्टम Android Q में प्राइवेसी पर मुख्य तौर पर फोकस किया जाएगा। Android Q में यूजर्स यह डिसाइड कर सकेंगे कि किस ऐप को किस डाटा का परमिशन देना है और किस ऐप को परमिशन नहीं देना है। अभी तक लॉन्च हुए सभी एड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम में अगर कोई ऐप आपसे लोकेशन की परमिशन मांगता है तो आप उसे परमिशन देते हैं तब ही आप उस ऐप को सही तरीके से एक्सेस कर पाते हैं।
Android Q भी एप्पल के iOS की तरह ही यूजर्स को यह अधिकार देगा कि आप डिसाइड करें कि ऐप को लोकेशन की परमिशन देनी है या नहीं। इसके अलावा यूजर्स को तीन तरह के ऑप्शन्स- ऐप इस इन यूज (रनिंग), ऐप ऑल द टाइम (ऐप बैकग्राउंड में काम कर रहा है) और नेवर (कभी नहीं) मिलेंगे। यह यूजर पर निर्भर करता है कि वह कौन सा ऑप्शन या विकल्प चुनना चाहता है।
ब्लॉग के मुताबिक, किसी भी शेयर किए गए फाइल्स पर यूजर का ज्यादा कंट्रोल होगा। इसके लिए यूजर को ज्यादा रन टाइम परमिशन मिलेगा जिसके जरिए फोटो, वीडियो या ऑडियो के परमिशन को कंट्रोल किया जा सकेगा। अब यूजर ही डिसाइड करेगा कि कौन सा डाउनलोडेड फाइल कोई ऐप इस्तेमाल करेगा। यानी कि कोई भी ऐप खुद से किसी भी फाइल को एक्सेस नहीं कर सकेगा।
फोल्डेबल स्क्रीन के लिए Android Q
गूगल के इस नए ऑपरेटिंग सिस्टम को सैमसंग और हुआवे जैसे स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों के फोल्डेबल स्मार्टफोन्स के लिए भी डिजाइन किया गया है। Android Q ऑपरेटिंग सिस्टम ऐप डेवलपर्स को यह एडवांटेज देगा कि इन फोल्डेबल स्क्रीन या बड़े स्क्रीन वाले डिवाइस के हिसाब से ऐप डेवलप कर सके।
शेयरिंग शॉर्ट कट
इस नए ऑपरेटिंग सिस्टम के जरिए यूजर्स आसानी से किसी अन्य डिवाइस में शेयर कर सकेंगे। इसके लिए यूजर्स को शेयरिंग शॉर्ट कट जैसे फीचर्स मिलेंगे जो किसी फाइल को शेयर करने में तेजी दिखाएगा। इसके अलावा कैमरा, कनेक्टिविटी, गेमिंग और न्यूरल नेटवर्क एपीआई जैसे फीचर्स भी यूजर्स को मिलेंगे। इस नए ऑपरेटिंग सिस्टम से जुड़ी हर बारिक से बारिक जानकारी के लिए जागरण टेक से जुड़े रहें।