Amavasya 2018: बहुत खास रहेगी इस बार की आषाढ़ अमावस्या, 13 जुलाई को सूर्यग्रहण

हिन्दू धर्म में धार्मिक नजरिए से अमावस्या तिथि को बहुत अधिक महत्व माना जाता है। हर महीने चंद्रमा की कलाएं घटने और बढ़ने के कारण ही दो पक्ष होते हैं। इसी पक्ष में एक अमावस्या होती है जबकि दूसरी पूर्णिमा। सोमवार के दिन जो अमावस्या होती है तो उसे सोमवती अमावस्या कहते हैं और जो अमावस्या शनिवार के दिन पड़ती है उसे शनि अमावस्या कहते है। Amavasya 2018: बहुत खास रहेगी इस बार की आषाढ़ अमावस्या, 13 जुलाई को सूर्यग्रहण

आषाढ़ अमावस्या का महत्व
हिन्दू पंचांग के अनुसार आषाढ़ मास की अमावस्या का विशेष महत्व होता है क्योंकि इस अमावस्या के बाद वर्षा ऋतु आती है। आषाढ़ अमावस्या पर दान और पूर्वजों की आत्मा शांति के लिए गंगा स्नान का विशेष महत्व होता है।

बहुत खास है आषाढ़ की अमावस्या
इस आषाढ़ की अमावस्या दो दिनों तक रहेगी। 12 जुलाई को पितृकार्य अमावस्या और 13 जुलाई को आषाढ़ी अमावस्या। शास्त्रों के अनुसार पितृ अमावस्या पर पितरों की शांति के लिए किये गए कार्य शुभ माने जाते हैं। 12 जुलाई को पितृ कार्यों के लिए है और 13 जुलाई को सूर्योदय के समय अमावस्या की तिथि रहेगी। 

अमावस्या पर साल 2018 का दूसरा सूर्य ग्रहण
इस अमावस्या पर साल का दूसरा सूर्य ग्रहण भी लगेगा। हालांकि यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा।

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