इलाहाबाद आज से बन गया प्रयागराज, कैबिनेट बैठक में प्रस्ताव पर लगी मुहर

इलाहाबाद अब से प्रयागराज के नाम से जाना जाएगा। मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में इलाहाबाद का नाम बदलने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई।

बताते चलें इलाहाबाद का नाम प्रयागराज किए जाने की मांग लंबे अर्से से संत-महात्मा करते आ रहे हैं। मांग करने वालों का तर्क है कि पहले भी इलाहाबाद का नाम प्रयाग ही था जिसे मुगल बादशाह अकबर ने बदलकर ‘अल्लाहाबाद’ रख दिया था। कालांतर में इसे इलाहाबाद कहा जाने लगा।

बता दें कि, 2019 में होने वाले कुंभ आयोजन से पहले योगी सरकार ‘इलाहाबाद’ का नाम बदलकर ‘प्रयागराज’ करने की तैयारी काफी पहले से कर रही थी। इस संबंध में डिप्टी सीएम केशव मौर्य भी बयान दे चुके हैं। मई महीने में ‘इलाहाबाद’ दौरे पर उन्होंने कहा था, ‘इलाहाबाद’ की पहचान यहां तीन नदियों के संगम की वजह से है, इसलिए इसका नाम ‘प्रयागराज’ होना चाहिए। यही नहीं, उन्होंने कुंभ आयोजन से पहले इस काम को पूरा करने का आश्वासन भी दिया था।

इस संबंध में उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने भी इलाहाबाद का नाम बदलकर ‘प्रयाग’ करने की सिफारिश की थी। उन्होंने कहा था कि राज्यपाल महोदय ने ‘बॉम्बे’ का नाम ‘मुंबई’ करने में अहम भूमिका निभाई थी। उम्मीद है वह इस पत्र को गंभीरता से लेकर मेरे अनुरोध पर विचार करेंगे। कैबिनेट बैठक में योगी सरकार ने इलाहाबाद शहर का नाम बदलने के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी।

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