मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों के खिलाफ नवाज शरीफ की चुनौती

पाकिस्तान में नवाज़ शरीफ के दिन बद से बदत्तर होते जा रहे है. खुद के अस्तित्व के लिए लड़ाई लड़ते  पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ ने अब मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों को लेकर नैशनल अकाउंटबिलिटी ब्यूरो (एनएबी) के चेयरमैन जस्टिस जावेद इकबाल को  24 घंटों के उनके खिलाफ आरोपों को लेकर सबूत पेश करने की चुनौती दे डाली है. पूर्व पाक पीएम नवाज शरीफ ने इस्लामाबाद में एक इमर्जेंसी प्रेस कॉन्फ्रेंस दौरान कहा, एनएबी के चेयरमैन को मेरे खिलाफ सभी सबूत 24 घंटों के अंदर पेश करें या इस्तीफा दे दें. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर एनएबी चेयरमैन सबूत पेश करने में असफल होते हैं तो उन्हें पूरे देश से माफी मांगने के साथ-साथ इस्तीफा दे देना चाहिए.

बता दें कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर भारत में करोड़ों रुपये का काला धन जमा करने का आरोप लगा है. सूत्रों से मिली जानकर के अनुसार पाकिस्तान के नैशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (NAB) ने एक स्थानीय मीडिया रिपोर्ट का संज्ञान लेते हुए पूरे मामले की जांच के आदेश दिए थे. हालांकि बैंक ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा था कि नवाज शरीफ के भारत में अवैध तौर पर रुपये जमा करने के आरोप संबंधी रिपोर्ट ‘गलत’ है.

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वर्ल्ड बैंक ने अपने बयान में कहा है, ‘पिछले कुछ दिनों में वर्ल्ड बैंक के रेमिटंसेज ऐंड माइग्रेशन रिपोर्ट- 2016 का हवाला देते हुए कुछ मीडिया रिपोर्ट्स छपी हैं. ये मीडिया रिपोर्ट्स गलत हैं.’ बयान में कहा गया है कि रेमिटंसेज ऐंड माइग्रेशन रिपोर्ट में कहीं भी मनी लॉन्ड्रिंग का जिक्र नहीं है और न ही किसी व्यक्ति का नाम है. हाल ही में नवाज़ को दी गई सरकारी सुविधाएं और सुरक्षा पर भी लगाम लगा दी गई है. 

 
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