मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद, अब यहां लग सकता है सुनील राठी का ‘ग्रहण’
July 16, 2018
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माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी के कत्ल के बाद कमजोर पड़ते दिख रहे यूपी के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी गैंग के दूसरे खास कुख्यात संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा उर्फ डॉक्टर के हरिद्वार में करोड़ों की भूमि के ड्रीम प्रोजेक्ट पर भी कुख्यात राठी के नाम का ग्रहण लग सकता है।
इस तरह के इनपुट उत्तराखंड पुलिस को मिल रहे है कि राठी की निगाहें अब इस भूमि पर आ गढ़ी हैं। क्योंकि मुन्ना की हत्या कर चुके राठी ने पूर्वी उत्तर प्रदेश के अपराध जगत की तरफ भी अपने कदम बढ़ा दिए हैं। करीब चालीस करोड़ की इस भूमि को लेकर ट्रेवल्स व्यवसायी हरवीर सिंह की हत्या जीवा ने ही करवाई थी और एक प्रॉपर्टी डीलर सुभाष सैनी दो बार मौत को गच्चा देकर बच निकला है। यूपी के बाहुबली मुख्तार अंसारी गैंग से जुड़े कुख्यात संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा का भी कार्यक्षेत्र हरिद्वार रहा है। कनखल के कांग्रेसी नेता भारतेंदु हांडा, ट्रेवल्स व्यवसायी हरवीर सिंह की हत्या उसी के ही इशारे पर हुई थी और बसपा नेता एवं ट्रेवल्स व्यवसायी कृष्ण मुरारी पर कातिलाना हमला जीवा के ही शूटरों ने किया था। कनखल के प्रॉपर्टी डीलर सुभाष सैनी को भी घर में घुसकर कत्ल करने की कोशिश की गई थी लेकिन वे बच गए थे।
पिछले वर्ष प्रॉपर्टी डीलर सैनी का कत्ल करने पहुंचे शूटरों ने कंबल व्यवसायी अमित दीक्षित उर्फ गोल्डी को सुभाष सैनी समझकर भूलवश गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी। ट्रेवल्स और केबल के कारोबार में दखल रखने वाले जीवा का सबसे बड़ा टारगेट कनखल की करोड़ों की विवादित भूमि है, जिसका विवाद अभी अनसुलझा है जीवा ने इस भूमि को पर अपना पंजा मजबूती से गढ़ा रखा है लेकिन मुख्तार अंसारी के खासमखास मुन्ना बरजंगी की हत्या के बाद राठी का इस भूमि के विवाद में हाथ आजमाना तय माना जा रहा है। क्योंकि जीवा के मुकाबले मुन्ना का कद अपराध जगत में बड़ा था और राठी ने उसी का ही कत्ल किया है। दूसरी वजह ये है कि करोड़ों की भूमि के विवाद में कूदकर राठी मुख्तार गैंग को बड़ा झटका दे सकता है।
भूमि के प्रकरण में कई किरदार करीब चालीस करोड़ से अधिक की कीमत वाली इस विवादित सोलह बीघा भूमि के प्रकरण में कई किरदार है। पंजाब का एक परिवार इस भूमि पर स्वामित्व का दावा करता है तो कनखल का प्रॉपर्टी डीलर सुभाष सैनी भी स्वामित्व को लेकर कोर्ट में चक्कर लगा रहा है। ज्वालापुर का एक रिटायर्ड भेलकर्मी भी एक पक्ष की तरफ से पैरोकारी में जुटा रहता है तो कनखल का एक गैस एजेंसी स्वामी भी पंजाब के परिवार के साथ भूमि की पैरोकारी में जुटा है। चर्चा तो ये है कि गैस एजेंसी स्वामी ने भूमि पर कब्जे के लिए जीवा की खिलाफत में एक कुख्यात से संपर्क साधा हुआ है हालांकि उनकी योजना अभी परवान नहीं चढ़ी है।
इस तरह की चर्चा हो सकती है लेकिन ठोस बात सामने नहीं आई है। स्थानीय पुलिस एवं खुफिया एजेंसियों को चौकसी बरतने के निर्देश दिए गए हैं। यदि कोई इस तरह की बात सामने आती है तो कार्रवाई की जाएगी।