कैबिनेट विस्‍तार के बाद नाराजगी, रंग लाने लगी डैमेज कंट्रोल की कोशिशें

चंडीगढ़। कैबिनेट विस्तार के बाद ‘अपनों’ की नाराजगी का सामना कर रही कांग्रेस की डैमेज कंट्रोल की कोशिशें रंग लाने लगी है। कैबिनेट में स्‍थान नहीं मिलने से नाराज विधायकाें पर मान-मनौव्‍वल का असर हो रहा है। अब तक रूठे रहे आल इंडिया यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग मंगलवार को मंत्रियों के पदभार संभालने के मौके पर पहुंचे। इसके साथ ही सुल्तानपुर लोधी से विधायक नवतेज चीमा भी फतेहगढ़ साहिब गए कांग्रेस के शिष्टमंडल में शामिल कर लिए जाने से कुछ संतुष्ट नजर आए। हालांकि विदेश में होने के कारण पार्टी अभी तक राजकुमार वेरका से संपर्क नहीं साध पाई है। मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष सुनील जाखड़ सहित अन्‍य नेता नाराज विधायकों को समझाने में लगे रहे अौर अब इसका असर पड़ रहा है।

नवतेज चीमा शामिल हुए कांग्रsस के शिष्टमंडल में, मंत्रियों के पदभार ग्रहण में पहुंचे राजा वडिंग

कांग्रेस ने उस समय राहत महसूस की जब गिद्दड़बाहा के विधायक अमरिंदर सिंह राजा वडिंग सचिवालय में मंत्रियों के कामकाज संभालने के मौके पर मौजूद थे। कैबिनेट मंत्री न बनाए जाने से वडिंग भी नाराज थे। इस बात से वडिंग ने भी इन्‍कार नहीं किया। उनका कहना है ‘बेशक मैं मंत्री बनना चाहता था, लेकिन मैं पार्टी के साथ हूं और पार्टी का सिपाही बनकर ही काम करता रहूंगा।’

वहीं, दोआबा से मंत्री पद नहीं मिलने से नाराजगी दिखाने वाले सुल्तानपुर लोधी के विधायक नवतेज चीमा को भी पार्टी ने मनाने की कोशिश की। मुख्यमंत्री ने फतेहगढ़ साहिब में गेहूं की फसल को लगी आग का मुआयना करने के लिए सुनील जाखड़ की अगुवाई में शिष्टमंडल भेजा। इस शिष्टमंडल में नवतेज चीमा को भी शामिल किया गया। सीएमओ की तरफ से चीमा को बकायदा फोन कर फतेहगढ़ जाने के निर्देश दिए गए।

सुरजीत धीमान और वेरका को लेकर पार्टी गंभीर

जानकारी के अनुसार कांग्र्रेस रामगढिय़ा बिरादरी के सुरजीत धीमान और वाल्मीकि समुदाय से राजकुमार वेरका को लेकर गंभीर है। पार्टी भी यह मान रही है कि रामगढिय़ा और वाल्मीकि बिरादरी को कैबिनेट में प्रतिनिधित्व नहीं देने से पार्टी को नुकसान हो सकता है। वहीं पार्टी इस बात को भी गंभीरता से ले रही है कि वेरका ने अपने समाज को प्रतिनिधित्व देने का मुद्दा पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के समक्ष भी रखा है। वहीं, वेरका के विदेश में होने के कारण पार्टी अभी तक उनसे संपर्क नहीं कर पाई है।

दो मंत्रियों को एडजस्ट करने में बिगड़ा खेल

सूत्र बताते हैं कि मुख्यमंत्री के करीबी दो विधायकों को मंत्रीमंडल में शामिल करने से सारे समीकरण बिगड़ गए। करीबियों के कारण ही कैबिनेट में जातीय समीकरण बिगड़ गया है।

कांग्रेस ने तोड़ा चुनावी वादा

कांग्रेस ने चुनाव में वादा किया था कि राज्य की वित्तीय स्थिति के कारण कोई भी हैलीकाप्टर का प्रयोग नहीं करेगा। मंगलवार को भी कांग्रेस ने अपना वह वादा तोड़ दिया। जानकारी के अनुसार फतेहगढ़ साहिब के दौरे पर गए शिष्टमंडल को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के हैलीकाप्टर से भेजा गया। यह पहला मौका था जब हैलीकाप्टर मुख्यमंत्री के बगैर उड़ा। इस शिष्टमंडल ने प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़, कैबिनेट मंत्री सुख सरकारिया, फतेहगढ़ साहिब के विधायक कुलजीत नागरा और नवतेज चीमा शामिल थे।

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