एक महिला ने एक साथ चार बच्चों को दिया जन्म

कोरोना महामारी के बीच राजस्थान के नागौर से एक अच्छी खबर सामने आई है जहां डीडवाना के उत्तम हॉस्पिटल में संजू देवी नाम की एक महिला ने 4 बच्चों को जन्म दिया है. नार्मल डिलिवरी के दौरान तीन लड़के और 1 लड़की का जन्म हुआ है. जच्चा व बच्चा दोनों स्वस्थ हैं फिर भी बच्चों का वजन कम होने की वजह से उन्हें आईसीयू में भर्ती करवाया गया है.

देवराठी गांव निवासी संजू देवी को पहली बार मां बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है. वह भी एक दो नहीं बल्कि एक साथ चार बच्चों की मां बनी है. एक तरफ उनके मन में मां बनने की खुशी है. तो वहीं दूसरी ओर उसके परिजनों में इस बात की चिंता है कि एक साथ जन्मे 4 बच्चों के लिए उनका लालन-पालन, पोषण करना आसान नहीं होगा क्योंकि संजू देवी के पति मजदूर हैं. महिला लाडनू तहसील के देवराठी गांव की रहने वाली हैं. महिला ने डीडवाना के उत्तम हॉस्पिटल में एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया है वह भी साधारण डिलिवरी में बिना ऑपरेशन के बच्चों को जन्म देना अपने आप में बहुत बड़ी बात है.

वहीं, महिला चिकित्सक डॉक्टर स्वाति अग्रवाल ने बताया कि एक साथ 4 बच्चों को जन्म देने वाली मां 8 लाख महिलाओं में कोई एक महिला ही ऐसा कर पाती है. कई बार दो जुड़वा बच्चे और तीन बच्चों तक जन्म देने के मामले कई बार देखे जाते हैं. जिले का यह पहला मामला है जहां पहली बार मां बनने वाली एक महिला ने एक साथ 4 बच्चों को जन्म दिया है. हालांकि, डिलिवरी नॉर्मल हुई है फिर भी बच्चों का वजन कम होने की वजह से उन्हें आईसीयू में भर्ती करवाया गया है.

महिला ने जिन चार बच्चों को एक साथ जन्म दिया है उनमें से तीन लड़के और एक लड़की है. सभी बच्चों को शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सोहन बाजिया की निगरानी में रखा गया है. बच्चे आईसीयू वॉर्ड में फिलहाल भर्ती है. शिशु रोग विशेषज्ञ का कहना है कि वाकई में यह एक मिसाल है कि एक महिला ने 4 बच्चों को एक साथ जन्म दिया है. हालांकि चारों ही बच्चे वजन में काफी कम हैं और उनके फेफड़ों को सही ढंग से काम करवाने के लिए उन्हें उपचार के लिए रखा गया है और पूरा प्रयास किया जा रहा है कि बच्चे स्वस्थ होकर अपने घर लौटें. वहीं इलाके में एक साथ 4 बच्चों को जन्म देने का मामला चर्चा का विषय बना हुआ है.

चार बच्चों को जन्म देने वाली महिला के पति मजदूरी का काम करते हैं. शादी के पांच-छह साल के बाद भी जब बच्चे नहीं हुए तो इन्होंने डॉक्टर की सलाह पर बच्चे होने का ट्रीटमेंट लिया. जिसके बाद उन्हें एक साथ 4 बच्चे होने का पता तब चला जब उन्होंने पहली बार सोनोग्राफी करवाई. इसके लिए कपल महिला रोग विशेषज्ञ डॉक्टर स्वाति अग्रवाल के पास पहुंचा और कहने लगा कि उन्हें अबॉर्शन करवाना है. 4 बच्चों को एक साथ जन्म नहीं दे पाएंगे लेकिन डॉक्टर की सलाह पर उन्हें समय-समय पर दवाई दी गई और साथ ही उनकी हौसलाअफजाई करते हुए उन्हें 4 बच्चों को जन्म देने के लिए मानसिक रूप से तैयार किया गया. जिसका परिणाम है कि उन्होंने एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया है.

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