बुराड़ी केस में हुआ ये बड़ा खुलासा: एक शख्स नहीं करना चाहता था आत्महत्या, फिर कैसे की…

नई दिल्ली। दिल्ली के बुराड़ी इलाके में एक ही घर में एक ही परिवार के 11 लोगों के सामूहिक फांसीकांड में एक और सनसनीखेज खुलासा हुआ है। अब यह बात सामने आई है कि ललित से बड़े भाई भुवनेश ने हादसे के दौरान फंदा छुड़ाने की भरपूर कोशिश की थी। मौके पर भुवनेश का शव जिस तरह से फंदे से लटका मिला था और उसका एक हाथ ऊपर की ओर से गर्दन के फंदे पर था। इससे यह नतीजा निकाला जा रहा है कि उसने मौत से जंग की होगी और फंदा भी छुड़ाने की कोशिश की होगी।बुराड़ी केस में हुआ ये बड़ा खुलासा: एक शख्स नहीं करना चाहता था आत्महत्या, फिर कैसे की...

भवनेश को अंतिम समय में दी गई होगी मोक्ष क्रिया की जानकारी

इतना ही नहीं, भुवनेश की स्थिति, मौके से मिले सबूत व घटना के दिन भुवनेश की उस दिन की दिनचर्या की जांच के साथ ही अब तक की पुलिस जांच के बाद यह तथ्य सामने आ रहा है कि भुवनेश को इस क्रिया के बारे में अंदाजा नहीं था। इस नए खुलासे से सवाल उठ रहा है कि क्या ललित ने मोक्ष प्राप्ति की क्रिया-विधि की जानकारी अपने बड़े भाई भुवनेश को अंतिम समय में दी थी?

भुवनेश दूर थे ललित की गतिविधियों से

यह भी अंदाजा लगाया जा रहा है कि भुवनेश को इस क्रिया के बारे में घटना से कुछ देर पहले ही जानकारी देकर शामिल किया गया था। हालांकि जांच टीम अभी इसे अंतिम निष्कर्ष नहीं मान रही है। वहीं, जांच के क्रम में पुलिस को भुवनेश के बारे में जो जानकारियां मिली हैं, जिससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि वह इन सब चीजों से दूर थे। पुलिस घटना वाले दिन 30 जून की संत नगर स्थित ललित के घर के आसपास लगे कैमरे की सीसीटीवी फुटेज की लगातार जांच कर रही है।

घटना से एक दिन पहले की सुबह ललित बेचैन था पर भुवनेश सामान्य था

पुलिस की टीम एक-एक सीसीटीवी फुटेज को कई-कई बार देख रही है, ताकि घटना के दिन सुबह से लेकर देर रात तक भाटिया परिवार के एक एक सदस्य की एक-एक गतिविधि के बारे में जानकारी मिल सके। इसी क्रम में सीसीटीवी फुटेज से यह पता चला है कि शनिवार 30 जून को भुवनेश पूरी तरह से सामान्य नजर आ रहा था। उनके चहरे पर किसी तरह के तनाव, शिकन या बेचैनी नहीं थी। उन्होंने उस दिन सुबह छह बजे अपनी परचून की दुकान खोली थी। दुकान खुलते ही गली के कुछ लोग दूध लेने के लिए पहुंच जाते हैं।

रोज सुबह मंदिर जाता था भुवनेश

एक अन्य सीसीटीवी फुटेज में भुवनेश को सुबह 7 बजे घर से कुछ दूर स्थित श्रीराम मंदिर में मत्था टेकते हुए देखा गया। इस बीच सुबह सवा छह बजे प्रियंका व उसकी मां प्रतिभा सुबह की सैर पर जाते हुए सीसीटीवी में नजर आ रहे हैं। मंदिर से पूजा करने के बाद दोबारा भुवनेश अपनी दुकानदारी में मशगूल हो जाता है।

सबने खरीदा मौत का सामान, भुवनेश रहा इस सबसे दूर

जांच से जुड़े सूत्रों के अनुसार घटना के दिन भुवनेश की दुकान सुबह छह बजे से लेकर रात 10.45 बजे तक खुली दिखाई दे रही है। इस दौरान वह अधिकांश समय दुकान पर ही नजर आ रहे हैं। ऐेसे में यह अनुमान है कि उस रात ललित मोक्ष क्रिया करने वाला था, इससे वह अनभिज्ञ थे। इस बात को इसलिए भी बल मिल रहा है कि अब तक जो भी सीसीटीवी फुटेज मिले हैं, उनमें भुवनेश को किसी में भी मौत के सामान जैसे स्टूल, रस्सी, तार आदि न तो ले जाते हुए देखा गया और न ही इन सामानों को किसी दुकान से खरीदते ही देखा गया है। ऐसे में पुलिस यह मान रही है कि भुवनेश को इन सब के बारे में पहले से कोई जानकारी नहीं दी गई होगी।  

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