महबूबा की केंद्र को बड़ी चेतावनी, कहा- अगर धारा 35ए से हुई छेड़छाड़ तो देश के लिए होगा घातक

श्रीनगर । पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्षा और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को केंद्र को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर राज्य के विशेष दर्जे से किसी तरह की छेड़छाड़ हुई, तो पूरे मुल्क को गंभीर दुष्परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। उनकी यह चेतावनी ऐसे समय आई है जब कश्मीर घाटी में सभी राजनैतिक, मजहबी, सामाजिक और व्यापारिक संगठन छह अगस्त को सर्वाेच्च न्यायालय में भारतीय संविधान के अनुच्छेद 35ए के खिलाफ दायर याचिका पर होने वाली सुनवाई को लेकर लामबंद हो रहे हैं।

संविधान का अनुच्छेद 35ए राज्य के लोगों को विशेष अधिकार व सुविधा प्रदान करता है। महबूबा मुफ्ती ने ट्विटर पर लिखा, ‘राज्य में आज लोग राजनीतिक मतभेद भुलाकर अनुच्छेद 35ए को कमजोर करने के खिलाफ एकजुट होकर अपनी लड़ाई लड़ रहे हैं। जैसा कि मैं पहले भी कह चुकी हूं कि जम्मू- कश्मीर के विशेष दर्जे से किसी तरह की छेड़छाड़ पूरे देश के लिए भयंकर दुष्परिणाम लाने वाली होगी।’

गौरतलब है कि अनुच्छेद 35ए भारतीय संविधान में भारत के राष्ट्रपति के एक आदेश के आधार पर शामिल किया गया है। यह धारा जम्मू-कश्मीर विधानसभा को स्थायी नागरिकों को परिभाषित करने और उनके विशेषाधिकार को यकीनी बनाने का अधिकार देती है। इसी धारा के प्रावधानों के चलते राज्य की कोई महिला अगर गैर रियासती नागरिक से शादी करती है, तो राज्य में उसकी नागरिकता और अचल संपत्ति के अधिकार समाप्त हो जाते हैं।

महबूबा मुफ्ती ने इसी मुद्दे पर एक अन्य ट्वीट में लिखा है कि मेरे पिता (पूर्व मुख्यमंत्री स्व. मुफ्ती मोहम्मद सईद) धारा 370 के तहत राज्य को प्राप्त विशेषाधिकारों पर गौरवान्वित महसूस करते थे। वह अक्सर कहते थे कि जम्मू कश्मीर के लोगों ने एक बड़े मकसद के लिए कुर्बानियां दी हैं, लेकिन हमें उसका संरक्षण करना है जो हमारे पास अभी है।

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