8 मई 2018 दिन मंगलवार का राशिफल एवं पञ्चाङ्ग, कल दूसरे बड़े मंगल के दिन इन राशि वालों की चमकने वाली है किस्मत

8 मई 2018 दिन मंगलवार का राशिफल एवं पञ्चाङ्ग

आप सभी का मंगल हो….

आज का पञ्चाङ्ग

८ मई दिन मंगलवार
ऋतु-बसंत
माह-ज्येष्ठ
पक्ष-कृष्ण
तिथि-अष्टमी
सूर्य-उत्तरायण
सूर्योदय-05:26
सूर्यास्त-06:34
राहूकाल(अशुभमुहूर्त)दोपहर
03:00 से 04:30 तक
दिशाशूल-उत्तर
शुभदिशा-दक्षिण
अमृतमुहूर्त-दोपहर 12:20 से 01:50 तक

आज का राशिफल

8 मई 2018 दिन मंगलवार का राशिफल एवं पञ्चाङ्ग

मेष :-आज  आपका दिन मिश्रित फलदायी रहेगा। ऑफिस या व्यवसाय क्षेत्र में अधिकारियों के साथ भी महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होगी। सरकारी लाभ मिलने की संभावना है। कार्यभार बढ़ सकता है। 
राशिरत्न:-मूँगा
सुझाव:-आज बन्दरों को गुड़ चना खिलावें।

वृष:-आज नए कार्य की प्रेरणा मिलेगी और आप उन्हें प्रारंभ कर पाएंगे। लंबे प्रवास का योग है। स्नेहीजन या मित्रों के शुभ समाचार मिलेंगे। विदेश जाने की संभावनाएं हैं। व्यापार में आर्थिक लाभ हो सकता है। स्वास्थ्य मध्यम रहेगा। 
राशिरत्न:-हीरा,ओपल
सुझाव:-आंवले की मिठाई श्रीसीताराम जी के मंदिर में दान करें

मिथुन:-असज जितना हो सके  नकारात्मक विचारों से दूर रहें। आज हो सके तो नए कार्य का प्रारंभ ना करें। उच्च अधिकारियों के साथ बहस से बचें। कार्य में सफलता प्राप्त होने में विलंब हो सकता है। खर्च अधिक हो सकता है। खान-पान पर ध्यान रखें। 
राशिरत्न:-पन्ना
सुझाव:-माता रानी के मंदिर में नारियल अर्पति करें

कर्क :-आज आमोद-प्रमोद में अपने आपको भुला देने का दिन है। मनोरंजक प्रवृत्ति में आप खोए रहेंगे। व्यावसायिक क्षेत्र में आपको लाभ होगा। आरोग्य अच्छा रहेगा। मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। साझेदारों से लाभ होगा। व्यापार में सामान्य लाभ होगा।
राशिरत्न:-मोती
सुझाव:-आज गरीबों को अन्न दान करें।

सिंह:-आज  आपका दिन मध्यम फलदायी होगा। अधिक परिश्रम के बाद भी सफलता प्राप्ति कम होने से हताशा का अनुभव हो सकता है। माता के स्वास्थ्य को लेकर चिंता हो सकती है। यात्रा उत्तमोत्तम रहेगी।
राशिरत्न:-माणिक्य
सुझाव:-माँ दुर्गा के मंदिर में शहद का दान करें।

कन्या:-आज आकस्मिक खर्च की संभावना है। विद्यार्थियों को पढाई में बाधाएं आएगी। प्रियजनों के साथ हुई मुलाकात से मन आनंदित होगा। पेट में पीड़ा हो सकती है। शेयर-सट्टे में निवेश करने में सावधानी बरतें।यात्रा को आज टालें।
राशिरत्न:-पन्ना
सुझाव:-आज शिव मंदिर में रुद्राक्ष की माला का दान करें।

तुला :-आज आपके लिए समय शुभ है। मन में संवेदनशीलता की मात्रा अधिक रहेगी। परिवार में आनंद और उल्लासमय वातावरण रहेगा। व्यवसाय में लाभ होने की संभावना है। माता के स्वास्थ्य की चिंता हो सकती है। मानसिक परेशानी हो सकती है। यात्रा से मध्यम लाभ मिलेगा ।
राशिरत्न:-हीरा,ओपल
सुझाव:-श्री हनुमान चालीसा लाल कपड़े में मिष्ठान्न के साथ किसी सद विप्र को दान करें।

वृश्चिक:-आज पूरे दिन आप प्रसन्न रहेंगे। किसी नए कार्य का प्रारंभ कर पाएंगे। जो भी काम करेंगे उसमें सफलता मिलेगी। व्यापर आर्थिक लाभ एवं भाग्यवृद्धि के योग हैं। भाई-बहनों से लाभ होगा। यात्रा से मध्यम लाभ मिलेगा।
राशिरत्न:-मूँगा
सुझाव:-हनुमान जी के मंदिर में मीठा दूध दान करें।

धनु:-आज आपका दिन मिश्रित फलदायी रहेगा। असमंजस के कारण निर्णय लेना कठिन होगा। परिजनों के साथ मनमुटाव न हो, इसका ध्यान रखें। कार्यभार भी बढ़ सकता है। निरर्थक खर्च हो सकता है। पारिवारिक वातावरण आनंदप्रद और शांत रहेगा। 
राशिरत्न:-पुखराज
सुझाव:-श्री हनुमान जी के मंदिर में चमेली का तेल व सिंदूर अर्पित करें।

मकर:-आज आपका प्रत्येक कार्य सरलता से पूर्ण होगा। आपकी प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। प्रमोशन के योग हैं। गृहस्थजीवन में आनंद का वातावरण रहेगा। मित्रों और स्नेहीजनों के साथ मुलाकात होगी। मानसिक रूप से शांति मिलेगी। 
राशिरत्न:-नीलम
सुझाव:-गौ माता को मीठा जल पिलावें।

कुंभ:-आज आप अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें। कोर्ट-कचहरी की झंझटों में न पड़े। अनुचित स्थान पर पूंजी निवेश न हो, इसका ध्यान रखें। क्रोध पर संयम रखें। स्वास्थ्य बिगड़ने की आशंका रहेगी। धन अधिक खर्च न हो, ध्यान रखें। 
राशिरत्न:-नीलम
सुझाव:-मिठेजल का घड़ा किसी विप्र को दान करें।

मीन:-आज आप पारिवारिक तथा सामाजिक बातों में विशेष लिप्त रहेंगे। मित्रों से मुलाकात होगी और उनके पीछे खर्च करना पड़ सकता है। आज गुरु वृहस्पति के कारण प्रत्येक क्षेत्र में आपको लाभ होगा। 
राशिरत्न:-पुखराज
सुझाव:-चीटियों को चीनी व आटा डालें।

आज के दिन का विशेष महत्व

1. आज बसंत ऋतु ज्येष्ठमाह कृष्णपक्ष अष्टमी तिथि मंगलवार है।
2. आज ज्येष्ठ का दूसरा मंगल है सभी के लिए श्री हनुमतदर्शन विशेष लाभ कर है।
3. आज शायं 06:11 से पंचख प्रारम्भ है।

प्रेरणा दाई चौपाई

गै जननी सिसु पहिं भयभीता। देखा बाल तहाँ पुनि सूता।।
बहुरि आइ देखा सुत सोई। हृदयँ कंप मन धीर न होई।। इहाँ उहाँ दुइ बालक देखा। मतिभ्रम मोर कि आन बिसेषा।।

अर्थ:-गोस्वामी तुलसीदास जी वर्णन करते हैं कि माता कौशल्या ने देखा कि अभी तो अपने बालक राम को मैं पालने में शयन कराकर आयी हूँ। फिर यहाँ मन्दिर ये कैसे ? पुनः माता जब अपने बालक राम के कक्ष में गईं तो देखा कि वे वहाँ शयन में निमग्न हैं, तो माता की मति भ्रमित हो गई उनको लगा कि यहाँ (मन्दिर)में भी मेरा पुत्र रामऔर वहाँ पालने में भी वो सो रहा है ।किंतु विचार करतीं हैं कि अगर मेरा चित्त भ्रमित होता तो अन्य पदार्थ तो सब एक ही दिख रहें हैं, किंतु मेरा पुत्र श्री राम दो जगहों पर कैसे कहीं कोई और कारण तो नहीं।

गतांक से आगे… कल।

वास्तु सावधानियाँ
ध्यान रहे जिस घर के प्रवेशद्वार पर ही शौचालय हों तो उस घर के सदस्यों का स्वास्थ्य प्रभावित होता है , खास कर पेट सम्बन्धित समस्या बढ़ जाती है ऐसे में शौचालय के उपर 4×4 का दर्पण लगाने से इस दोष का उपशमन हो जाता है।

।।इति शुभम्।।

।।आचार्य स्वामी विवेकानन्द।।
।।ज्योतिर्विद व संगीतमय श्रीरामकथा व श्रीमद्भागवत कथा व्यास।।
।।श्री अयोध्या धाम।।
संपर्क सूत्र-9044741252

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