500 और १००० के नोटबंदी में एक और बुरी खबर, बैंकों ने बंद की सेवाएं

नोटबंदी के बाद पैसों की परेशानी से जूझ रहे लोगों के लिए एक और बुरी खबर है। पैसा जमा करवाने वाली कैश डिपोजिट मशीनें आने वाले छह सप्ताह तक काम नहीं करेंगी। एटीएम की तरह ही कैश डिपोजिट मशीनें भी काम करती हैं।

500 और १००० के नोटबंदी में एक और बुरी खबर, बैंकों ने बंद की सेवाएं

कैश डिपोजिट मशीनों को नई करेंसी के लिए तैयार करने में लगेगा समय
कैश डिपोजिट मशीन को अभी नई भारतीय मुद्रा को पहचानने में समय लगेगा। सीडीएम को बैंकिंग एक्सपर्ट नई करेंसी अपनाने के लिए तैयार करेंगे। साथ ही कैश डिपोजिट मशीनों में नकली मुद्रा की पहचान करने के लिए भी तैयार किया जाएगा। इस पूरी प्रक्रिया में कर्ई सप्ताह या कुछ महीने लग जाएंगे।
सीडीएम के जरिए कस्टमर्स को एेसे मिलती है सुविधा
बैंकिग में सेल्फ सर्विस और किसी भी समय पैसा जमा करने की सुविधा देने के लिए कैश डिपोजिट मशीनों को डिजाइन किया गया था। सीडीएम की सुविधा लगभग सभी एटीएम पर होती है। एटीएम के जरिए आप अपने अकाउंट से किसी भी समय पैसा निकाल सकते हैं। वहीं सीडीएम के जरिए आप कभी भी अपने अकाउंट में पैसा जमा करवा सकते हैं। सीडीएम को भी आप अपने डेबिट कार्ड के जरिए इस्तेमाल कर सकते हैं। कैश डिपोजिट मशीन की खासियत ये है कि इससे उसी समय कस्टमर के अकाउंट में पैसा जमा हो जाता है।
500 और १००० के नोटबंदी में एक और बुरी खबर, बैंकों ने बंद की सेवाएं
सीडीएम पर नया सिस्टम लोड करने में लगेगा समय
एटीएम बनाने वाली कंपनी एनसीआर के सीईओ नावरोज दस्तूर कहते हैं कि हमें कैश डिपोजिट मशीन को आरबीआई की नई करेंसी प्राप्त करने और नकली नोटों की पहचान के लिए तैयार करना होगा। इस प्रकिया में करीब 6 सप्ताह का समय लग जाएगा। कैश डिपोजिट मशीन बैंक एग्जीक्यूटिव की ही तरह नोटों को गिन सकती है, इसका मूल्य जान सकती है और इसकी प्रमाणिकता को भी चैक कर सकती है। इन सीडीएम में बैंकिंग का नया सिस्टम अपलोड करने के लिए इसके डवलपर्स को भारत आना होगा। उसके बाद एक नया प्रोग्राम इन मशीनों में डाला जाएगा।
सबसे बड़ी चुनौती होगा नकली नोटों की पहचान करना
सिक्योरेन्स सिस्टम के एमडी सुनील उडप्पा ने बताया कि हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी इन कैश डिपोजिट मशीनों को नकली नोटों की पहचान करवाना। देशभर में करीब 30 हजार कैश डिपोजिट मशीनें हैं। ये सभी मशीनें इंटरनेशनल मेन्युफेक्चर्स से इम्पोर्ट की गई हैं। इन इंटरनेशनल कंपनियों के इंजीनियरों को मशीनों को रिसेट करने के लिए आना होगा। अभी इन कैश डिपोजिट मशीनों में सिर्फ 50 और 100 के नोट ही जमा करवाए जा सकते हैं। एसबीआई के अनुसार पिछले एक सप्ताह में 6 हजार सीडीएम में 7,384 करोड़ रुपए जमा हुए हैं।
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