‘4P फॉर्मूले’ से लेकर ‘जड़ता से चेतना’ तक पीएम मोदी के भाषण की 5 खास बातें

पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने स्वच्छ भारत अभियान शुरू किया. इस अभियान के पीछे महात्मा गांधी की प्रेरणा थी.
राष्ट्रपति भवन में आयोजित महात्मा गांधी इंटरनेशनल सैनिटरी कन्वेंशन में दुनियाभर से आए प्रतिभागियों को संबोधित किया. महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के मौके पर आयोजित इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने व्यक्ति के जीवन में स्वच्छता के महत्व पर जोर दिया. इस कन्वेंशन में संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंतोनियो गुतारेस भी शामिल हुए थे.
स्वच्छता को जनआंदोलन बनाने के लिए पीएम मोदी ने देश की जनता का आभार व्यक्त किया और साथ ही साथ स्वच्छता के अभियान में जुटे आम लोगों की कहानी से देश-दुनिया को अवगत कराने के लिए उन्होंने भारतीय मीडिया की भी तारीफ की.
आइये पढ़ें स्वच्छता पर पीएम मोदी के भाषण की पांच खास बातें:

स्वच्छता के लिए चार पी का फॉर्मूला
पीएम मोदी ने कहा कि विश्व को स्वच्छ बनाने के लिए 4P आवश्यक हैं. पॉलिटिकल लीडरशिप, पब्लिक फंडिंग, पार्टनरशिप और पीपल्स पार्टिसिपेशन.
जड़ता से चेतना 
पीएम ने कहाः अगर आप बहुत बारीकी से गौर करेंगे, मनन करेंगे, तो पाएंगे कि जब हम गंदगी को दूर नहीं करते तो वह हममें परिस्थितियों को स्वीकार करने की प्रवृत्ति पैदा करने लगती है. ऐसी स्थिति हो जाती है कि कुछ वक्त के बाद वह गंदगी उसे गंदगी लगती ही नहीं. यानी गंदगी व्यक्ति की चेतना को जड़ कर देती है. लेकिन जब एक व्यक्ति गंदगी को स्वीकार नहीं करता तो उसकी चेतना भी चलायमान हो जाती है. उसमें परिस्थितियों के आगे नहीं झुकने का ऐटिड्यूड आ जाता है.
बापू की प्रेरणा से जनआंदोलन बना स्वच्छ भारत अभियान
पीएम ने कहाः आज मैं आपके सामने स्वीकार करता हूं कि अगर मैंने गांधी जी को, उनके विचारों को, इतनी गहराई से नहीं समझा होता, तो हमारी सरकार की प्राथमिकताओं में भी स्वच्छता अभियान कभी नहीं आ पाता. मुझे बापू से ही प्रेरणी मिली और उन्हीं के मार्गदर्शन से स्वच्छ भारत अभियान भी शुरू हुआ. आज मुझे गर्व है कि गांधी जी के दिखाए मार्ग पर चलते हुए सवा सौ करोड़ भारतवासियों ने स्वच्छ भारत अभियान को दुनिया का सबसे बड़ा जन आंदोलन बना दिया है.
पीएम ने गिनाए आंकड़े
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में बताया कि 2014 से पहले देश में ग्रामीण स्वच्छता का दायरा 38 प्रतिशत था जो आज बढ़कर 94 प्रतिशत हो चुका है. भारत में ओडीएफ गांवों की संख्या 5 लाख को पार कर चुकी है. देश के 25 राज्य खुद को खुले में शौच से मुक्त घोषित कर चुके हैं. 4 साल पहले, खुले में शौच करने वाली वैश्विक आबादी का 60% हिस्सा भारत में था, आज ये 20% से भी कम हो चुका है.
तेजी से आगे बढ़ रहा है भारत
पीएम ने कहा कि आज भारत सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स को हासिल करने की तरफ भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है. हमारी सरकार सैनिटेशन के साथ ही न्यूट्रिशन पर समान रूप से जोर दे रही है.

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