इलाहाबाद में एनसीसी ट्रेनिंग कैंप में खाना खाने से 37 कैडेट की बिगड़ी हालत

इलाहाबाद। केपी इंटर कालेज में चल रहे एनसीसी (नेशनल कैडेट कोर) के टे्रनिंग कैंप में सोमवार को फूड प्वाइजनिंग से 37 कैडेटों (छात्र-छात्राओं) की हालत बिगड़ गई। शाम को भोजन करने के बाद कैडेटों के अचेत होकर गिरने से अफरातफरी मच गई। 30 कैडेटों को तेज बहादुर सप्रू (बेली) अस्पताल तो सात को स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया। बेली में भर्ती छात्रा स्वाती सहित तीन की हालत गंभीर है। डीएम और एसएसपी भी अस्पताल पहुंचे। डीएम के निर्देश पर जांच शुरू कर दी गई है। खाने में परोसे गए दाल, चावल, रोटी, सब्जी के नमूने लिए गए हैं।

21 से 30 सितंबर तक चलने वाले एनसीसी ट्रेनिंग कैंप में कई बटालियन से जुड़े कैडेट पहुंचे हैं। इसमें उत्तर प्रदेश के कई जिलों के कैडेट शामिल हैं। सोमवार देर शाम को कैडेटों को भोजन में सब्जी, रोटी, दाल, चावल दिया गया। सभी ने खाया। उसके बाद अचानक 15 बटालियन के कई कैडेट एक-एक कर अचेत होकर गिरने लगे। इसमें 17 छात्राएं और 13 छात्र थे। इन सभी को एंबुलेंस से लाकर बेली में भर्ती कराया गया। इस बीच अचेत हुए सात और कैडेटों को स्वरूपरानी अस्पताल ले जाया गया।

उपचार के बाद राहत मिलने पर स्वरूपरानी में भर्ती कैडेटों को डिस्चार्ज कर दिया गया। फूड प्वाइजनिंग के शिकार अधिकांश कैडेट इलाहाबाद विश्वविद्यालय विंग के हैं। ऐसे में विश्वविद्यालय के दर्जनों छात्र नेता बेली अस्पताल पहुंच गए। वहां इलाज को लेकर हंगामा किया। सूचना पर डीएम सुहास एलवाई, एसएसपी नितिन तिवारी पुलिस बल के साथ पहुंचे। अफरातफरी की स्थिति देख अन्य अस्पतालों से भी डाक्टरों की टीम बुलाई गई। 
अस्पताल पहुंचे अन्य कैडेट ने आरोप लगाया कि दो दिनों से उन्हें जो चावल दिया जा रहा था, उसमें से बदबू आ रही थी। इसकी शिकायत भी की गई थी। पुलिस टीम केपी कॉलेज में चल रहे ट्रेनिंग कैंप पहुंची तो दाल से भी दुर्गंध उठने की बात सामने आई। एसएसपी नितिन तिवारी का कहना है कि अभी तक यही बताया गया कि खाना खाने के बाद कैडेट बीमार होने लगे। फूड प्वाइजनिंग किन कारणों से हुई यह जांच का विषय है।

इस संबंध में एनसीसी ग्रुप कमांडर बृजेश पांडेय का कहना है कि वही भोजन अन्य कैडेटों ने भी किया, लेकिन वह बीमार नहीं हुए। अचेत होने की वजह की जांच कराई जा रही है। डाक्टरों का कहना है कि प्रथम दृष्टया फूड प्वाइजनिंग का मामला लग रहा है। खाद्य पदार्थों के लिए नमूने की जांच रिपोर्ट के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।

कैडेटों के घरों में घनघनाए फोन, परिवारीजन पहुंचे अस्पताल
फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुए कैडेटों में कई के घर पर जानकारी पहुंची तो रोना-पीटना मच गया। जो कैडेट आसपास के थे, उनके घर वाले अस्पताल पहुंचे लेकिन, जिनके घर दूर थे, उन्होंने साथी कैडेटों के मोबाइल नंबरों पर कॉल कर अपने बच्चों का हाल जाना। फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुए 30 कैडेटों को तेज बहादुर सप्रू अस्पताल (बेली) में व सात कैडेटों को स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया। स्वरूपरानी में भर्ती सभी कैडेटों व बेली के कुछ कैडेटों की सेहत में सुधार के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया। अस्पताल पहुंचे परिवारीजन को डॉक्टर, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी बेहतर इलाज का आश्वासन देकर ढांढस बंधाया। 

बेली पहुंचे ये कैडेट

शिवांशु – हंडिया
वर्षा सिंह – सैदाबाद
आनंद कुमार – भदोही
खुशबू कनौजिया- हनुमानगंज
सरोज – फैजाबाद
शिवानी चौरसिया – हंडिया
अनुराधा देवी – फै जाबाद
संदीप प्रजापति – तिवारीपुर 
असगर खान – अमेठी
राज केसरवानी – इलाहाबाद 
आकाश यादव – फूलपुर
मो. शहबाज आलम – इलाहाबाद
स्वाती मिश्रा- इलाहाबाद
अंशू – सैदाबाद
राजकुमारी यादव – सरायममरेज 
संदीप गुप्ता – दिल्ली
अशोक शर्मा – फैजाबाद
ज्योति त्रिपाठी – जमुनीपुर 
शचि द्विवेदी – जसरा
निधि गुप्ता – दलापुर 
शिप्रा पांडेय – अंबेडकर नगर
अभिषेक – प्रतापगढ़ 
वंदना कनौजिया- मलखानपुर
आकाश यादव – फैजाबाद
प्राची गुप्ता – लखनऊ
खुशबू यादव – सराय सुल्तानी
माधुरी यादव – आजमगढ़ 

इस स्कूल और कॉलेज के हैं कैडेट
हंडिया पीजी कॉलेज, राजकीय इंटर कॉलेज फूलपुर, एमवी कॉलेज कोटवा, राजकीय इंटर कॉलेज इलाहाबाद, बीएन केपी इंटर कॉलेज अकबरपुर, महाराज इंटर कॉलेज फैजाबाद, नेशनल पीजी कॉलेज लखनऊ समेत अन्य स्कूल व कॉलेज के कैडेटों में कई का इलाज चल रहा है।

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