#महाराष्ट्र: तमिलनाडु के परंजीपेट्टई जिले में 1 दिन में 263 मिमी बारिश, इस साल देश में सबसे ज्यादा
चेन्नई. तमिलनाडु में एक बार फिर 2015 जैसी बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। चेन्नई में रविवार रात शुरू हुई बारिश मंगलवार को भी जारी रही। इसके बाद राज्य सरकार ने प्रशासन को अलर्ट कर दिया है। मौसम विभाग ने बारिश को लेकर राज्य में चेतावनी जारी की है। कहा है कि राज्य में चार से पांच दिन तक भीषण बारिश जारी रहेगी। ज्यादातर स्कूलों में मंगलवार को छुट्टी रही। सड़कों और निचले इलाकों में पानी भरा हुआ है।
एक दिन में सर्वाधिक बारिश…
– दरअसल, दक्षिण भारत के कुछ भागों में उत्तर-पूर्वी मानसून इस समय सक्रिय है। पिछले 24 घंटों में राज्य के तटीय इलाकों में भीषण बारिश दर्ज की गई है।
– सोमवार सुबह 8:30 बजे से पिछले 24 घंटों के दौरान परंजीपेट्टई में 263 मिमी मूसलाधार बारिश हुई। यह इस साल देश के किसी जिले में एक दिन में सर्वाधिक बारिश है।
– इससे पहले 28 अगस्त को मुंबई में 152 मिमी बारिश हुई थी। कराईकल में 142, कुड्डालोर में 140 और चेन्नई में 116 मिमी बारिश हुई।
– सोमवार को चेन्नई एयरपोर्ट पर 17 सेमी बारिश दर्ज की गई। एक महिला की मौत भी हुई है। वहीं, अंडमान-निकोबार और पुंडुचेरी में भी भारी बारिश हो रही है।
चक्रवाती हवाओं के चलते राज्य में भारी बारिश हो रही है
– मौसम वैज्ञानिक महेश पलावत के अनुसार, अक्टूबर महीने में चेन्नई में हुई बारिश ने पिछले दस साल के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। चेन्नई में अक्टूबर माह में 169 मिमी बारिश रिकार्ड हुई है।
– बारिश ज्यादा होने का मुख्य कारण है कि तमिलनाडु के तटीय इलाकों में चक्रवाती हवाओं के प्रभाव सामान्य से ज्यादा रहा। अगले चार दिन और 6 से 7 नवंबर को भी चेन्नई और आसपास के इलाकों में सामान्य से ज्यादा बारिश होने के आसार हैं।
– यदि बंगाल की खाड़ी में तीव्रता से चक्रवाती हवाओं का प्रभाव बनता है तो इसका असर राज्य में और भी गंभीर हो सकता था। लेकिन मौजूदा मौसम की स्थिति के अनुसार इस साल बीते कई साल के मुकाबले चेन्नई में अक्टूबर माह में बेहद ज्यादा बारिश हुई है। उत्तर-पूर्वी मॉनसून के लिहाज से तमिलनाडु में हो रही बारिश का मौसम ठीक है।
21 साल बाद राज्य में इतनी बारिश
– तमिलनाडु में 21 साल बाद इस साल सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई है। इस साल सितंबर 413 मिमी बारिश हुई। राज्य के 32 जिलों में सामान्य से 30% ज्यादा बारिश हुई है।
– 2016 में राज्य में 20% कम बारिश हुई थी। इससे पहले 1996 में राज्य ने 74% ज्यादा बारिश हुई थी।
6 फीसदी कम बारिश के साथ मानसून विदा
– मानसून विदा हो चुका है। मौसम विभाग के मुताबिक इस बार 6% कम बारिश के साथ मानसून सामान्य रहा है।
– देश के 34% इलाके में सामान्य से कम बारिश हुई है। 50% हिस्सा सूखा या बाढ़ से प्रभावित हुआ।
– इस बार यूपी, हरियाणा, पंजाब, एमपी में मानसून कमजोर रहा। हरियाणा में सामान्य से 26% और पंजाब में 22%, एमपी में सामान्य से 19% कम बारिश हुई।
इस साल 1 दिन में रिकॉर्ड बारिश
– 152 मिमी बारिश 28 अगस्त को मुंबई में महज 24 घंटे में हुई।
– 128 मिमी बारिश बेंगलुरू में 15 अगस्त को हुई। यहां ये 127 साल का रिकार्ड है।
– 115 मिमी बारिश चंडीगढ़ में 21 अगस्त को केवल 12 घंटे में रिकार्ड हुई।
इस साल सितंबर तक देश के सिर्फ 50 फीसदी इलाकों में सामान्य बारिश हुई
– 827.4 मिमी बारिश इस साल देश में सितंबर तक हुई।
– 875.2 मिमी होनी थी, यानी 5% कम बारिश।
– 4% इलाकों में अत्यधिक बारिश रिकार्ड की गई।
– 12% क्षेत्र में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई।
– 50% क्षेत्र में सामान्य बारिश हुई है।
– 34% क्षेत्र में सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई।
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जिले वार स्थिति कुल जिले: 660
-25 जिलों में अत्यधिक बारिश।
– 76 जिलों में सामान्य से ज्यादा बारिश।
– 313 जिलों में सामान्य बारिश हुई।
– 216 जिलों में सामान्य से कम बारिश।
– 30 जिले का डाटा उपलब्ध नहीं।
#सबसे कम बारिश मणिपुर में हुई
राज्य इतनी हुई इतनी होनी थी अंतर
मणिपुर 888.9 1378.3 -36%
दिल्ली 442.6 632.5 -30%
उत्तर प्रदेश 602.0 836.2 -28%
सबसे अधिक बारिश मिजोरम में हुई
मिजोरम 2981.6 1682.1 77%
तमिलनाडु 404.0 303.0 33%
गुजरात 798.8 665.9 20%