‘केजरीवाल का आधा सच सुना, पूरा मैं सुनाउंगा’

क्रिकेटर से नेता बने नवजोत सिद्धू ने आज पंजाब में नई राजनीतिक पारी का आगाज कर दिया। नवजोत सिद्धू ने प्रेस कांफ्रेंस में अरविंद केजरीवाल को भी आड़े हाथ ले लिया। सिद्धू ने कहा कि राज्यसभा से इस्तीफे का केजरीवाल से कोई लेना देना नहीं है। मैंने केजरीवाल से कहा कि मुझे कुछ नहीं चाहिए। पंजाब में सीटें मांगने वाली बात झूठी है।
'केजरीवाल का आधा सच सुना, पूरा मैं सुनाउंगा'
केजरीवाल ने ट्वीट करके कहा कि सिद्धू ने कोई शर्त नहीं रखी है। केजरीवाल ने आधा सच बोला, मैं पूरा बताऊंगा। केजरीवाल मेरे घर मिलने आए थे। मैं केजरीवाल का मन टटोल रहा है, उसकी नियत समझ रहा था। आम आदमी पार्टी दो साल पुरानी है, बीजेपी 60 साल पुरानी है। केजरीवाल ने कहा आप चुनाव मत लड़े, घरवाली को चुनाव लड़वाओ। केजरीवाल ने कहा कि सिर्फ चुनाव प्रचार करो।

सिद्धू बोले कि जब मैंने केजरीवाल की बात अपनी पत्नी को बताई तो उसने केजरीवाल के प्रस्ताव को खारिज कर दिया ये कहते हुए कि आप चनाव से बाहर कैसे हो सकते हैं। ये कैसे हो सकता है कि 4 बार का एमपी मैदान ही छोड़ दे। सिद्धू ने कहा कि केजरीवाल को लगता है कि उससे ज्यादा ईमानदार कोई नहीं। कोई उन पर उंगली उठाए तो उन्हें बर्दाश्त नहीं। वे भूल गए हैं कि दुनिया बहुत बड़ी है और वे अभी कुछ भी नहीं हैं।

मैं या तो बोलता नहीं, बोलता हूं तो मैं छोड़ता नहीं

चंडीगढ़ में प्रेस कांफ्रेंस में सिद्धू बोले कि मैं या तो बोलता नहीं, बोलता हूं तो मैं छोड़ता नहीं। दो साल से आम आदमी पार्टी मेरे पीछे पड़ी थी, लेकिन मैं नई गया। दो साल पहले राज्यसभा सदस्यता का प्रस्ताव ठुकराया।

बिना नाम लिए सुखबीर बादल पर निशाना
नवजोत सिद्धू ने बिना नाम लिए सुखबीर बादल पर निशाना साधा और कहा कि पंजाब में परिवारवाद की सरकार है। पंजाब के बिजनेस का फायदा सिर्फ एक परिवार को हो रहा है।

पंजाब के काले बादल अब भी मंडरा रहे हैं। मेरी लड़ाई किसी पार्टी से नहीं है, क्यों पार्टी अच्छी बुरी नहीं होती, उसे चलाने वाले लोग अच्छे बुरे हो सकते हैं। मेरी लड़ाई उस पार्टी तो चलाने वालों से है।

चंडीगढ़ में नवजोत सिद्धू की प्रेस कांफ्रेंस

सिद्धू ने कहा कि लोकतंत्र की असली ताकत लोगों को देनी है। जनता की आवाज बहुत बड़ी, उसमें भगवान की आवाज है। कोई नहीं चाहता कि मेरा कद बढ़े। डा. प्रताप सिंह कैरों मेरे आदर्श हैं। बाकी तो सभी एक ही थैली के चट्टे-बट्टे हैं।

इससे पहले सिद्धू ने पंजाब में नए मोर्चे का आधिकारिक ऐलान कर दिया। उन्होंने कहा कि पंजाब को बदलने की चाहत रखने वाले लोग उनके साथ जुड़ें। नवजोत सिद्धू कहते हैं कि लोग चाहते हैं ऐसा नेता पंजाब में आए जो कमजोरी को ताकत में बदले।

उनका पहला मंसूबा स्वार्थ छोड़कर पंजाब को जीताना है, पंजाब के हित में वोट डालना है। दूसरा मंसूबा पंजाबी जीतेगी, जात पात से ऊपर उठकर मानवीयता को पंजाबियत को जीताना है।

पंजाब को बर्बाद करने वाले सिस्टम से हमारी जंग

नवजोत सिद्धू बोले कि हमारी जंग उस सिस्टम से, जिसने पंजाब को बर्बाद किया। हरित क्रांति वाला पंजाब आज कर्ज में डूबा है। कहां है वो पंजाब जो सेना में नौजवानों को भेजता था? कहां है वो पंजाब जो परमवीर चक्र लेकर आता था? कहां है वो पंजाब जो अव्वल था?

आज की घड़ी महत्वपूर्ण घड़ी, बदलाव की घड़ी। हमें एक जुट होकर पंजाब को बदलने की जरूरत है। पंजाब को बदलने की चाहत रखने वाले नेता साथ आएं। जीतेगा पंजाब, जीतेगी पंजाबियत, जीतेगा हर पंजाबी।

सिद्धू ने कहा कि पंजाब घाटे के कगार पर खड़ा है। बिल्डिंग गिरवी रखी हैं, प्रॉपर्टी गिरवी रखी हैं। पंजाब के बिजनेस का फायदा सिर्फ एक परिवार को हो रहा है। लोकतंत्र की असली ताकत लोगों को देनी है। जनता की आवाज बहुत बड़ी, उसमें भगवान की आवाज है। पंजाब के काले बादल अब भी मंडरा रहे हैं।

 
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