18 जुलाई दिन मंगलवार का पञ्चांग: जानिए कैसा रहेगा आज आपका दिन

◆आज का पञ्चांग◆

।आप सबका मंगल हो 18 जुलाई दिन मंगलवार। 

18 जुलाई दिन मंगलवार का पञ्चांग: जानिए कैसा रहेगा आज आपका दिन ऋतु-वर्षा
माह-श्रावण
सूर्य-उत्तरायण
सूर्योदय:-05:17
सूर्यास्त:-06:43
राहू काल(अशुभसमय)शायं
03:00से 04:30बजे तक
तिथि:-नवमी05:42तक तदुपरि दशमी
पक्ष:-कृष्ण
दिशाशूल-उत्तर

।।आज का राशिफल।।

(चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, कू, अ )
मेष
आज पारिवारिक असयोग से मन व्यथित हो सकता है। नौकरी में प्रमोशन की संभावना बन रही है।व्यक्ति विशेष से धन लाभ की संभावना है।

सुझाव:- आप दो मुखी रुद्राक्ष धारण करें लाभ होगा।
शुभरंग:- आसमानी

( व, वी, वू, वे, वो, ओ, उ, ए, इ )
वृषभ
आज आप व्यवहार में मधुरता आएगी। कृषि कार्यो में निवेश आपको लाभ प्रदान कर सकता है। आय के क्षेत्र में विशेष लाभ मिल सकता है।

सुझाव:- आप चौदह मुखी रुद्राक्ष हमेसा धारण करें आपका मंगल होगा।
शुभरंग:-गुलाबी

(क, की, कू, के, को, घ, हा, छ )
मिथुन
आज आप को शिक्षा के क्षेत्र में प्रगति मिलेगी पारिवारिक धरातल मजबूत बनेगा।जीवन साथी का पूर्ण सहयोग मिलेगा। असभ्य भाषण से बचें।

सुझाव:- आप पांच मुखी रुद्राक्ष धारण करें उत्तम होगा।
शुभरंग:- समुद्री हरा

( ही,हू, हे, हो, डा , डी, डे, डो)

कर्क

आज आप का मन राजनैतिक कार्यों में निमग्न रह सकता है। मुकदमें या अतिरिक्त ऋण से आप का मन खिन्न हो सकता है। व्यापारिक यात्रा होगी। पारिवारिक असहयोग का सामना करना पड़ सकता है।अर्थ पक्ष सामान्य रहेगा।

सुझाव:- आप छ मुखी रुद्राक्ष धारण करें उत्तम होगा।
शुभरंग:-लाल

( म, मी, मू, में, मो, टा, टि, टू, टे )
सिंह
आज आप को स्वल्प परिश्रम में अनुकूल लाभ की प्राप्ति होगी। व्यवसायिक यात्रा आपको सफलता प्रदान करेगी। भाइयों से तनाव की स्थिति बन सकती है। प्रेम सम्भन्धों में मधुरता आएगी।

सुझाव:- आप नौ मुखी रुद्राक्ष धारण करें उत्तम होगा।
शुभरंग:- श्वेत

(प, पी, पू, पे, पो, ष, म, टो, ठ )
कन्या
आज आप को पारिवारिक उलझनों का सामना करना पड़ सकता है। ईश्वर पर पूर्ण विश्वास रखें आपका कार्य अवश्य सफल होगा। व्यवसाय में उन्नति होगी ।जीवन साथी का सहयोग मिलेगा।

सुझाव:-आप तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करें लाभ होगा।
शुभरंग:- चॉकलेटी

(रा, री, रु ,रे, रो, ता, ती ,तू, ते, तो )
तुला
आज आप कारोबारी यात्रा आपको सामान्य लाभ देगी। अपशब्द से बचे। खान -पान में व्यतिक्रम से स्वास्थ्य प्रभावित रहा सकता है। यात्रा का योग बन सकता है। किन्तु सेयर बाजर में आपको लाभ होगा।

सुझाव:- आप दो मुखी रुद्राक्ष धरण करें लाभ होगा।
शुभरंग:-नारंगी

(न, नी, नू, ने, नो, तो, या, यी, यू )
वृश्चिक
आज आप का दिन भाग दौड़ भरा हो सकता है। विरोधी परास्त होंगे। शिक्षा के क्षेत्र में सफलता के योग बन रहे है। व्यवसाय में आर्थिक तंगी बनी रह सकती हैं। पारिवारिक तनाव न लें।

सुझाव:- आप पाँच मुखी रुद्राक्ष धारण करें उत्तम होगा।
शुभरंग:- क्रीम

( ये,यो, भ,भी, भू, ध, फ़, ढ, भे )
धनु
आज आप सोच समझ कर किसी कार्य को करें व धोखेबाजों से सावधान रहें। नया कार्य आपको आज सफलता दे सकता है। पारिवारिक सहयोग व पुराने मित्रों से सहयोग प्राप्त हो सकता है।

सुझाव:- आप सात मुखी रुद्राक्ष धरण करें आपका मंगल होगा।
शुभरंग:- श्वेत

(भे, भो, जा, जी, जु, जे, ख, खी, खे, खो, ग ,गी)
मकर

आज का दिन आपका थोड़ा संघर्ष पूर्ण हो सकता है। कार्य क्षेत्र नौकरी या व्यवसाय में आपसी असयोग का सामना करना पड़ सकता है ।संतान से यश में वृद्धि होगी। वैवाहिक या मांगलिक कार्यों का संपादन हो सकता है।

सुझाव:- आप बारह मुखी रुद्राक्ष धारण करें उत्तम होगा।
शुभरंग:-दूधिया

( सा, सी, शू, से,सो, गा, गे, गो, दा )
कुंभ
आज आप को मित्रो का सहयोग मिलेगा। बहुत दिनों से प्रयास रत कार्य सफल हो सकते है। पारिवारिक जीवन सुख मय रहेगा। शिक्षा सम्बंधित कार्यों में प्रगति की संभावना बन रही है।

सुझाव:-आज आप नौ मुखी रुद्राक्ष धारण करें आपका मंगल होगा।
शुभ रंग:- नीला

(दे, दो, दी, दू, चा, ची, थ,झ )
मीन
आज आप को बेहतर काम काज के अवसर मिल सकते है। कुछ नया होने की संभावना बन रही है। यात्रा से लाभ मिलेगा। व्यापार में नौकरी में उतार -चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है अंततोगत्वा सफलता मिलेगी ।

सुझाव:- आप सात मुखी रुद्राक्ष धारण करें।
शुभरंग:-फिरोजी

●आज के दिन का विशेष महत्व●

1आज श्रावण माह कृष्णपक्ष नवमी प्रातः05:42तक तदुपरि दशमी तिथि है।
2 आज सर्वार्थसिद्धि योग है आज हनुमातदर्शन का अद्भुत फल है।

★प्रेरणा दाई चौपाई★

कुंडल कंकन पहिरे व्याला।
तन बिभूति पट केहरि छाला।।

अर्थ:- गोस्वामी तुलसी बाबा ने भगवान भोलेनाथ के विवाह का बड़ा ही विचित्र मनोहर वर्णन किया है। भोलेनाथ कुंडल की जगह सर्पों को पहिने है क्यों कि दुनियाँ भर की निंदा कानों से सुनी जाती है भगवान शिव ये सन्देश देते है कि दुनियाँ की विषाक्त निन्दा कानो तक ही रखने में भलाई है अन्यथा मैन चित्त प्रभावित होगा।और पूरे शरीर मे भस्म लगाए हैं अर्थात भगवान शिव ये संदेश दे रहे है कि कितनी भी प्रसन्नता क्यों न हो अपने मरम या वास्तविकता को नही भूलना चाहिए।

◆इति शुभम ◆

।।आचार्य स्वामी विवेकानंद।।
।।श्री अयोध्या धाम।।
।।श्री रामकथा, श्रीमद्भागवत कथा व्यास व ज्योतिर्विद।।
संपर्क सूत्र:-9044741252

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