कानपुर: जहरीली शराब पीने से अब तक 14 की गई जान, 11 आरोपी गिरफ्तार

जहरीली शराब से सोमवार को एक और मौत होने के साथ मरने वालों का आंकड़ा 14 पहुंच गयी है। पुलिस औऱ प्रशासन द्वारा लगातार छापेमारी की कार्रवाई जारी है। इस मामले में सपा सरकार में पूर्व मंत्री के पौत्रों को मास्टरमाइंड बताते हुए पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। कानपुर: जहरीली शराब पीने से अब तक 14 की गई जान, 11 आरोपी गिरफ्तार

शराब पीकर मरने वालों में सोमवार को कानपुर देहात के रूरा थाना क्षेत्र के  मड़ौली गाँव निवासी महेश कठेरिया (40) की उपचार के दौरान मौत होने के बाद मरने वालों की संख्या 14 पहुंच गई है। पुलिस ने शव कब्जे में ले पोस्टमार्टम को भेजा है।एसपी कानपुर देहात रतनकांत पांडे ने बताया कि इससे पहले  श्यामू (40), चुन्ना कुशवाहा, (28), हरी मिश्रा (50) और नागेंद्र सिंह (40) हालत खराब हो चुकी है । वहीं पंकज गौतम (40) है जिसकी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई है। जहरीली शराब से कानपुर देहात और नगर में अब तक सात-सात मौतें हो चुकी हैं।

राजधानी लखनऊ में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद कानपुर देहात में जहरीली शराब पीने की घटना में मृतकों के आश्रितों को दो-दो लाख रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा की है। पुलिस ने बताया कि करीब छह ग्रामीण कानपुर देहात के जिला अस्पताल और कानपुर शहर के हैलट अस्पताल में जिन्दगी और मौत से संघर्ष कर रहे हैं।पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस मामले में एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।

आबकारी निरीक्षतक समेत तीन निलम्बि

कानपुर देहात में जहरीली शराब से 7 मौतों के मामले में सोमवार को आबकारी निरीक्षक एनके  मिश्रा , सिपाही अनिल दोहरे व नीलेश कुमार को निलंबित कर दिया गया। इसी के साथ मड़ौली के देशी शराब ठेके के निरस्तीकरण की कार्रवाई शुरू हो गयी है।

दरोगा-सिपाही भी निलम्बित

एसपी कानपुर देहात ने जहरीली शराब मामले में सोमवार को रूरा थाने के 3 दरोगा और 4 सिपाहियों को भी निलम्बित कर दिया है।

पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) प्रद्युम्न सिंह ने कल बताया था कि यह हादसा कल सुबह हुआ था। राजेन्द्र कुमार (48) और रतनेश शुक्ला (51) अपने-अपने आवास पर मृत पाये गये। उन्होंने बताया था कि 12 लोगों को तबियत बिगडने पर विभिन्न अस्पतालों में ले जाया गया। सेवानिवृत्त सब इंस्पेक्टर जगजीवन राम (62) और उमेश (30) की उपचार के दौरान मौत हो गयी। सिंह के अनुसार मृतकों के परिजनों ने पुलिस को बताया कि सभी ने शराब के सरकारी ठेके से शराब लेकर पी थी। डॉक्टरों ने बताया कि जहरीली शराब की वजह से ये मौतें हुई हैं।

कानपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अखिलेश कुमार ने बताया कि मामला दर्ज कर जांच की जा रही है। शराब की दुकान के मालिक श्याम बालक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और प्रशासनिक अधिकारी तथा आबकारी विभाग की टीम मामले की जांच कर रही है।राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और गंभीर रूप से बीमार लोगों के लिए पचास-पचास हजार रूपये देने का ऐलान किया है।

Back to top button