1 जून से पर्यटकों के लिए खुलेगा पार्क, शुरू हो चुका है फूलों की घाटी में पैदल चलने का काम
विश्व विख्यात पर्यटक स्थल फूलों की घाटी जाने के लिए पर्यटकों की संख्या निर्धारित की जाएगी। वन विभाग की अनुमति के बाद ही पर्यटक घाटी की यात्रा कर सकेंगे। इकोलॉजी सेंसिटिव जोन होने के कारण एक समय में कितने पर्यटक जाएंगे, इनकी संख्या भी वन विभाग ही तय करेगा
पर्यटन विभाग की ओर से फूलों की घाटी जाने वाले पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए स्थानीय प्रशासन को निर्देश जारी किए गए हैं। प्रदेश में चारधाम यात्रा शुरू होने के साथ ही एक जून से विश्व धरोहर फूलों की घाटी में पर्यटकों की आवाजाही शुरू हो जाएगी। इसके लिए पर्यटन विभाग ने तैयारियां पूरी कर दी हैं।
पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि फूलों की घाटी इको सेंसिटिव जोन में है। वन विभाग की अनुमति से ही पर्यटकों को फूलों की घाटी में प्रवेश दिया जाएगा। एक बार में कितने पर्यटक जाएंगे। इसकी संख्या भी वन विभाग की ओर से निर्धारित की जाएगी।
इस वैली की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान है। जिससे देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों के लिए फूलों की घाटी आकर्षण का केंद्र है। इस बार भी वैली में जाने वाले पर्यटकों की तादाद बढ़ने की उम्मीद है।
पर्यटन विभाग की ओर से सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचार प्रसार किया जा रहा है। सचिव जावलकर का कहना है कि हमारा प्रयास है कि फूलों की घाटी आने वाले पर्यटक पर्यावरण को नुकसान न पहुंचाएं। बल्कि यहां से पर्यावरण संरक्षण का संदेश लेकर जाएं।