फारूक अब्दुल्ला को फ़ौरन किया जाए रिहा- स्टालिन

द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (द्रमुक) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एम के स्टालिन ने जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम और नेशनल कांफ्रेंस (NC) के अध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला को सार्वजनिक सुरक्षा कानून (पीएसए) के तहत हिरासत में लिए जाने को संवैधानिक मूल्यों और लोकतांत्रिक परम्पराओं के लिए शर्मनाक करार देते हुए, फ़ारूक़ अब्दुल्ला की तत्काल रिहाई की मांग की है।

एम के स्टालिन ने रविवार को इस सम्बन्ध में एक ट्वीट भी किया, उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि ,”82 साल के पूर्व केन्द्र मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला को बगैर किसी आधार पर सार्वजनिक सुरक्षा कानून के तहत हिरासत में लेना हमारे लोकतांत्रिक परम्पराओं और संवैधानिक मूल्यों के लिए शर्मनाक है। मैं उनकी फ़ौरन रिहाई की मांग करता हूं।

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आपको बता दें कि पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाली संविधान की धारा 370 और अनुच्छेद 35 ए को निरस्त किये जाने के बाद से फ़ारूक़ अब्दुल्ला को पीएसए के तहत नज़रबंद किया गया है। शनिवार को उनकी हिरासत की अवधि और तीन महीने के लिए बढ़ा दी गई। कांग्रेस, द्रमुक, मरुमलार्ची द्रविड़ मुनेत्र कषगम सहित कई राजनीतिक दल फ़ारूक़ अब्दुल्ला की रिहाई की मांग कर रहे हैं। संसद के शीतकालीन सत्र में भी पूर्व सीएम के हिरासत में लिये जाने का मुद्दा जमकर उठा था।

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