हुंडई सैंट्रो की भारतीय बाजार में नए अवतार में वापसी

दक्षिण कोरिया की कंपनी हुंडई की लोकप्रिय हैचबैक कार सैंट्रो की भारतीय बाजार में वापसी हो गई है। नए अवतार में भारतीय बाजार में दोबारा उतारी गई सैंट्रो की शोरूम में कीमत 3.89 लाख रुपये से शुरू होती है। कंपनी ने भारतीय बाजार में अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली हुंडई मोटर इंडिया लि. (एचएमआईएल) के पुराने सैंट्रो मॉडल को दिसंबर, 2014 में बंद कर दिया था।    

नई कार में चार सिलेंडर का 1.1 लीटर का पेट्रोल इंजन लगा है। यह कार आटोमेटेड मैनुअल ट्रांसमिशन (एएमटी) और फैक्टरी फिटेड सीएनजी विकल्प के साथ पेश की गई है।  कार के मैनुअल संस्करण (दो सीएनजी ट्रिम्स के साथ) की कीमत 3.89 लाख से 5.45 लाख रुपये होगी। वहीं आटोमेटेड गियर शिफ्ट के दो संस्करणों का दाम 5.18 लाख रुपये और 5.46 लाख रुपये होगा। शुरुआती कीमत पहले 50,000 ग्राहकों के लिए होगी। कंपनी को पहले ही 13 दिन में 23,500 इकाइयों की बुकिंग मिल गई है।   

 

एचएमआईएल के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी वाई के कू ने कहा कि नई सैंट्रो हुंडई के मेड इन इंडिया सिद्धान्त का सही उदाहरण है। कू ने कहा कि दक्षिण कोरिया के नान्यांग, चेन्नई और हैदराबाद के हमारे शोध एवं विकास केंद्रों ने उत्पाद को बेहतरीन बनाने के लिए काफी प्रयास किए हैं।      

कू ने बताया कि हुंदै ने पूरी तरह नई सैंट्रो पर 10 करोड़ डॉलर से अधिक का खर्च किया है। इस कार का विकास पिछले तीन साल में कूट नाम एएच2 से किया गया। नए मॉडल में स्थानीयकरण का स्तर 90 प्रतिशत है। इसमें कई फीचर्स मसलन रियर पार्किंग कैमरा, आवाज की पहचान तथा इको कोटिंग प्रौद्योगिकी शामिल है।  सुरक्षा फीचर्स में एबीएस और ईबीडी तथा इम्पैक्ट सेंसिंग आटो डोर अनलॉक शामिल हैं।     नई सैंट्रो मध्यम कॉम्पैक्ट खंड में मारुति सुजुकी की वैगन आर, सेलेरियो और टाटा मोटर्स की टियागो से प्रतिस्पर्धा करेगी। इस खंड में मासिक बिक्री का आंकड़ा 30,000 इकाई का है। पहली बार सैंट्रो कार सितंबर, 1998 में कंपनी के चेन्नई कारखाने से बाहर आई थी। इस मॉडल को पेश करने के बाद कंपनी ने देश में इसकी 13 लाख इकाइयां बेची थीं। 

 

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