हार के बाद एेसे बयां किया हिलेरी ने अपना दुःख
उन्होंने कहा कि ट्रंप को खुले दिमाग और दिल से राष्ट्र का नेतृत्व करने का मौका दिया जाना चाहिए। क्लिंटन ने हार को दर्दनाक बताते हुए कहा कि उनकी ये सारी कोशिशें इस देश के लिए थीं, जिससे वह प्यार करती हैं। उन्होंने आगे कहा, “हम जो देश के लिए सोच रखते हैं और हमारे जो मूल्य हैं उसके आधार पर हमने चुनाव लड़ा. मैं माफ़ी चाहती हूं कि चुनाव में सफलता नहीं पा सकी।” उन्होंने कहा कि वो अमरीका की पहली राष्ट्रपति नहीं बन पाईं इसका उन्हें ख़ेद है। हिलेरी ने कहा, “लेकिन मुझे उम्मीद है कि एक न दिन कोई ज़रूर ये बाधा तोड़ेगा।”