हाईवे पर डंपर चालक को नसीहत देना पड़ा भारी…
लखनऊ-कानपुर हाईवे पर हुए कार हादसे में 14 दिन बाद ही नववधू का सुहाग उजडऩे से परिजन गमगीन थे, इस बीच उन्हें उस समय एक और धक्का तब लगा जब घायल किशोरी ने अपनी बहन और मामा की मौत की सच्चाई बताई। उसने बताया कि हाईवे पर गलत तरीके से ओवरटेक कर रहे डंपर चालक को मामा ने ठीक से ड्राइविंग के लिए नसीहत दी थी, जिसके बाद डंपर चालक ने कट मारते हुए कार में टक्कर मार दी थी। कार पलटने से बहन और मामा की मौत हो गई और वह जख्मी हो गई। परिजनों ने पुलिस को घटना की जानकारी दी है।
भांजियों को कार से लेकर आ रहा था शैलेंद्र
गंगाघाट थाना क्षेत्र के पीपरखेड़ा निवासी 25 वर्षीय शैलेंद्र पाल पुत्र लाला ट्रक चलाकर परिवार का गुजारा करता था। अजगैन के गाजीगंज सरांय इंदल में ब्याही बहन रामकली को शनिवार शाम वह कार से छोडऩे उसकी ससुराल गया। देर रात वह 13 वर्षीय भांजी शालू और 10 वर्षीय भांजी लवी को साथ लेकर अपने घर को निकला। लखनऊ-कानपुर हाईवे पर सदर कोतवाली के शेखपुर नरी गांव के पास अचानक उसकी कार डिवाइडर से टकरा दूसरी दिशा में जाकर पलट गई। हादसे में शैलेंद्र और शालू की मौके पर मौत हो गई, जबकि दूसरी भांजी लवी मामूली घायल हो गई।
हादसा कहें या हत्या
रविवार को पोस्टमार्टम हाउस में मौजूद घायल भांजी लवी ने बताया कि देर रात कार अपने आप नहीं बल्कि डंपर चालक के टक्कर मारने के बाद पलटी थी। उसने बताया कि डंपर चालक ने गलत ढंग से कार को ओवरटेक किया था। इस पर मामा शैलेंद्र ने कार की रफ्तार बढ़ाई और ट्रक के बराबर जाकर चालक को सही ढंग से चलने की बात कही। कार अभी आगे बढ़ी ही थी कि डंपर चालक ने साइड से जोरदार टक्कर मार दी। उसने बताया कि डंपर चालक ने मामा के समझाने पर खुन्नस में जान बूझकर टक्कर मारी। पुलिस घटना की जांच कर रही है।
14 दिन में उजड़ गया मांग का सिंदूर
पोस्टमार्टम हाउस में बिलख रहे परिजनों ने बताया कि शैलेंद्र तीन भाइयों में सबसे छोटा था। 14 दिन पहले, 12 मई को उसकी शादी कानपुर अकबरपुर के बैजूपुरवा में लवली के साथ हुई थी। अभी हाथ की मेंहदी का रंग फीका भी न पड़ा था कि पति की मौत की सूचना पर लवली कांप उठी। दोपहर बाद शव घर पहुंचा तो पत्नी शव से चिपट कर बेहाल हो गई। अन्य परिजनों का भी रो-रोकर बुरा हाल रहा।