हर लड़की को पता होने चाहिए मेकअप से जुड़े ये…टिप्स

लड़कियों का सबसे बड़ा हथियार होता है उनका मेकअप जो उनके सुंदर और आकर्षक दिखने की चाह को पूरा करने में मदद करता हैं। लेकिन अक्सर देखा जाता हैं कि गलत जानकारी के चलते लड़कियां मेकअप से जुड़ी कुछ गलतियां कर बैठती हैं। आज हम आपको मेकअप से जुड़े कुछ मिथक और उनके तथ्य से अवगत कराने जा रहे हैं। तो आइये जानते हैं इनके बारे में।

– मिथक यह है कि महंगे उत्पाद बेहतर हैं जबकि ऐसा नहीं है। सभी ब्रांड में अच्छे और बुरे उत्पाद हैं। ऐसा जरूरी नहीं है कि हर महंगा ब्यूटी प्रोडक्ट अच्छा होगा। कॉस्मेटिक्स को खरीदने से पहले उनकी कीमत की बजाय निर्माण सामग्री पर ध्यान दें।

– मिथक यह है कि फाउंडेशन की ब्लेंडिग के लिए उंगलियां बेस्ट टूल है लेकिन तथ्य यह है कि फाउंडेशन की ब्लेंडिंग के लिए उंगलियों का इस्तेमाल करने से इसकी कवरेज अनियमित होती है। इसके अलावा जब आप उंगलियों से फाउंडेशन को लगाते हैं तो यह लंबे समय तक नहीं टिकता है। साथ ही फाउंडेशन का इस्तेमाल नॉर्मल से तीन गुणा अधिक होता है। न्यूनतम मात्रा में बेहतर कवरेज के लिए फाउंडेशन की ब्लेंडिंग के लिए ब्रश और स्पंज का इस्तेमाल करें।

– मिथक यह है कि ऑयली त्वचा के लिए पाउडर अच्छा होता है जबकि तथ्य यह है कि लंबे समय तक पाउडर का इस्तेमाल करने से त्वचा की सतह डीहाइड्रेट होने लगती है। इसका अलावा पाउडर का इस्तेमाल करने के बाद चेहरे को गहराई से साफ करना बहुत जरूरी होता है क्योंकि यह छिद्रों को बड़ा कर सकता है। शाइन को मैटीफाइ करने के लिए पाउडर की बजाय प्राइमर का इस्तेमाल कर सकते हैं।

– मिथक यह है कि कंसीलर को फाउंडेशन से पहले लगाया जाता है लेकिन तथ्य यह है कि कई बार फाउंडेशन से पहले कंसीलर लगाने से कंसीलर का असर पूरी तरह से हट जाता है। फाउंडेशन के बाद कंसीलर लगाने से डार्क सर्कल और फाइन लाइंस जैसी खामियों को छिपाने में मदद मिलती है।

– मिथक यह है कि मॉइस्चराइजर प्राइमर का विकल्प है जबकि तथ्य यह है कि मॉइस्चराइजर और प्राइमर दो अलग चीजें हैं। मॉइस्चराइज त्वचा को हाइड्रेट करता है जबकि प्राइमर त्वचा के लिए बेस बनाता है, फाइन लाइंस को भरता है और फाउंडेशन के लिए एक सतह बनाता है। यह मेकअप को लंबे समय तक बनाए रखता है। हमेशा मेकअप के बेस के लिए प्राइमर का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है।

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