हरियाणा के वरिष्‍ठ मंत्री एक बार फिर अपनी सरकार से हो गए नाराज, अब जाएंगे योग समारोह में

हरियाणा के वरिष्‍ठ मंत्री अनिल विज एक बार फिर अपनी ही सरकार से नाराज हो गए, हालांकि वह बाद में मान गए। अब वह इस बार योग दिवस पर आयोजित होने वाले सरकारी समारोह में जाएंगे। सरकार द्वारा रोहतक में राज्य स्तर पर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह आयोजित होगा। दरअसल इस समाराेह में हरियाणा को खेल, स्वास्थ्य एवं आयुष मंत्री होने के बावजूद अनिल विज को समारोह में नहीं बुलाए जाने से नाराज थे। अब यह विवाद थम गया है।

आयुष मंत्री विज की नाराजगी पर हरकत में आई सरकार ने रातोंरात कार्यक्रम में बदलाव करते हुए उन्हें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि बनाया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ राज्यमंत्री मनीष ग्रोवर और सांसद डॉ. अरविंद शर्मा स्थानीय प्रतिनिधि होने के नाते शाह के साथ प्राणायाम करेंगे।

निमंत्रण पत्र पर नाम नहीं होने को विज ने बनाया था मुद्दा, अफसरों को किया था तलब

21 जून को योग दिवस पर होने वाले प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम में विज को बुलाने की बजाय पहले उन्हें अंबाला में जिला स्तरीय कार्यक्रम का मुख्य अतिथि बनाया गया था। सरकारी स्तर पर सोमवार को बाकायदा पूरा शेड्यूल जारी कर विज को दूसरे मंत्रियों की तरह अपने हलके में आसन लगाने की जिम्मेदारी दी गई। इस पर भड़के विज ने मुख्यमंत्री कार्यालय के समक्ष आपत्ति दर्ज कराते हुए संबंधित अफसरों के खिलाफ कार्रवाई करने की सिफारिश कर डाली।

विज की आपत्ति के बाद अधिकारियों में हड़कंप मचा गया। उधर, विज की नाराजगी मुख्यमंत्री तक भी पहुंच गई और उन्हें मनाने की कोशिश हुई। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 21 जून को रोहतक में राज्य स्तरीय योग दिवस समारोह में शिरकत करेंगे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल उनकी अगवानी और साथ में योग क्रियाएं करेंगे।

मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में आने के बाद पूरे कार्यक्रम के शेड्यूल में बदलाव कर दिया गया। अब स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि बनाते हुए उनसे रोहतक पहुंचने का अनुरोध किया गया है। विवाद का पटाक्षेप करते हुए विज ने कहा कि वह राज्य स्तरीय कार्यक्रम में जरूर शिरकत करेंगे।

बता दें कि रोहतक के सांसद डाॅ. अरविंद शर्मा और विधायक मनीष ग्रोवर को लोकल जनप्रतिनिधि के नाते शाह के कार्यक्रम का निमंत्रण दिया गया। लेकिन, आयुष, स्वास्थ्य और खेल मंत्री के नाते अनिल विज को इसका कोई निमंत्रण नहीं मिला था। राज्यस्तरीय समारोह के लिए जो कार्ड छपे, उस पर भी विज का नाम नहीं था। इससे नाराज विज ने अधिकारियों से जवाब तलब कर लिया। अधिकारी डर के मारे कुछ नहीं बोल रहे और विज की अनदेखी को सरकार के स्तर का मामला बताकर अपना पल्ला झाड़ने में लगे।

हरियाणा सरकार ने विधानसभा स्तर पर योग दिवस समारोह आयोजित करने का निर्णय ले रखा है। इन आयोजनों में केंद्रीय मंत्रियों, राज्य सरकार के मंत्रियों, सांसदों और विधायकों की ड्यूटी लगाई  गई है। सरकार की दलील है कि बाकी मंत्रियों की तरह अनिल विज को उनके गृह क्षेत्र अंबाला की जिम्मेदारी सौंपी गई।

सरकार की दलील है कि रोहतक में अमित शाह के कार्यक्रम में डा. अरविंद शर्मा और मनीष ग्रोवर को स्‍थानीय प्रतिनिधि के नाते बुलाया गया है। ऐसे में अनिल विज की नाराजगी का कोई औचित्य नहीं है। मगर आयुष मंत्री विज सरकार की इस दलील से कतई सहमत नहीं हैैं। उनका कहना है कि वे विभाग के मंत्री हैैं, इसलिए उनकी अनदेखी का सवाल ही नहीं उठता।

सरकार के लिए मुश्किलें खड़े करते रहे हैं विज, विवादों से पुराना नाता

– बॉलीवुड स्टार परिणीति चोपड़ा को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान का ब्रांड एंबेसडर बनाने से खफा विज ने गुरुग्राम में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में शिरकत नहीं की।

-मोरनी में हर्बल फारेस्ट के शिलान्यास का न्योता नहीं मिलने पर भी विज भड़क गए थे। तब उन्होंने मुख्य सचिव को चिट्ठी लिखते हुए अफसरों पर कार्रवाई की गुजारिश भी कर डाली।

– विज ने अलग-अलग करीब एक दर्जन मामलों में विजिलेंस जांच की सिफारिश कर रखी हैं, मगर उन पर कार्रवाई नहीं होने से खफा रहे।

– सोनीपत में आयोजित एक अन्य राज्य स्तरीय कार्यक्रम के निमंत्रण पत्र पर भी उनका नाम नहीं था, जिस कारण विज नहीं गए।

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