हड़ताली रोडवेज कर्मचारी काम पर लौटे, पर रुक गया वेतन; 15 नेता भिवानी जेल से रिहा नहीं

पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद लगभग 18 दिनों की हड़ताल के बाद रोडवेज कर्मचारी काम पर लौट आए हैं, लेकिन सरकार ने इन कर्मचारियों का वेतन रोक दिया है। सरकार ने भिवानी में बंद डेढ़ दर्जन कर्मचारी नेताओं की रिहाई का भी अभी कोई बंदोबस्त नहीं किया है। रिहाई न होने पर उनकी दीपावली जेल में ही मन सकती है। हड़ताली रोडवेज कर्मचारी काम पर लौटे, पर रुक गया वेतन; 15 नेता भिवानी जेल से रिहा नहीं

रोडवेज कर्मचारी पिछले काफी दिनों से हड़ताल पर थे। उन्होंने सरकार की कोई बात नहीं मानी। हाईकोर्ट के हस्तक्षेप पर सभी कर्मचारी काम पर वापस आ गए। एडवोकेट जनरल ने सरकार की ओर से हाईकोर्ट में भरोसा दिलाया था कि कर्मचारियों के विरुद्ध कोई दमनात्मक कार्रवाई नहीं की जाएगी तथा पूर्व में की गई तमाम कार्रवाई पर रोक लगा दी गई है। अब वास्तव में ऐसा नहीं हो रहा है।

आल हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन के राज्य महासचिव बलवान सिंह दोदवा, चंडीगढ़ डिपो के प्रधान राजबीर दलाल, चंद्रभान सोलंकी, सत्यवान ढुल, प्रदीप बूरा, बलबीर जाखड़, शमशेर सिंह और गुरजेंट सिंह ने बताया कि परिवहन विभाग के उच्च अधिकारियों ने कर्मचारियों के वेतन पर रोक लगा दी, जिस कारण समस्या खड़ी हो गई है। रोडवेज के काफी कर्मचारी 5 सितंबर से निलंबित चल रहे हैैं। उन्हें लगातार दो माह से वेतन नहीं मिल रहा है। इससे कर्मचारियों के परिवारों में सरकार के खिलाफ भारी निराशा है। उन्होंने वेतन निर्गत जारी कराने की मांग की है।

कर्मचारियों की दीवाली को काली न बनाएं सीएम : जयहिंद

आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नवीन जयहिंद ने सरकार द्वारा कच्चे कर्मचारियों को हटाने की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि सरकार बेरोजगारों की बेरोजगारी का मजाक उड़ा रही है। सरकार द्वारा पहले ठेके पर भर्ती करना और फिर उन्हें बाहर का रास्ता दिखाना, सरकार की नाकामी साबित करता है। उन्होंने दिव्यांग महिला को नौकरी से निकालने पर भी आपत्ति दर्ज की। कहा कि बेटियों के लिए नारे सिर्फ जुमले हैैं। उन्होंने रोडवेज कर्मचारियों का वेतन निर्गत करने की मांग करते हुए कहा कि सरकार दीपावली को काली न बनाए।

Back to top button