स्‍कूली बच्‍चों के साथ साझा की सिर की चोट को लेकर जागरूकता

केजीएमयू के न्‍यूरो सर्जरी विभाग ने मनाया वर्ल्‍ड हेड इंजरी अवेयरनेस डे
कला व प्रश्‍नोत्‍तरी प्रतियोगिता में भाग लिया स्‍कूली छात्र-छात्राओं ने

लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के न्यूरोसर्जरी विभाग द्वारा वर्ल्‍ड हेड इंजरी अवेयरनेस डे के अवसर पर कलाम सेंटर में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उक्त कार्यक्रम के अवसर पर अंतरस्‍कूल कला एवं क्वीज प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया, जिसमें सिर पर लगने वाली चोट से संबंधित 30 प्रश्न किए गए। प्रतियोगिता में लगभग 50 स्कूल के छात्र-छात्राओं को आमंत्रित किया गया था।

इस अवसर पर चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो एमएलबी भट्ट ने सिर की चोट के रोगियों का इलाज करने के साथ-साथ समाज को इस बारे में जागरूक किए जाने पर जोर देते हुए कहा कि सिर पर चोट लगने का एक प्रमुख कारण सड़क दुर्घटना एवं लापरवाही से वाहन चलाना है।
उन्होंने कहा कि वाहन चलाते समय ट्रैफिक नियमों की अनदेखी, हेलमेट तथा सीट बेल्ट का प्रयोग न करना तथा नशे में वाहन चलाना इसका मुख्य कारण है। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित अतिथि गणों से अपील की कि वह आमजन को ट्रैफिक नियमों के बारे में जानकारी दे तथा अन्य लोगों को भी इसके प्रति जागरूक करें।

इस अवसर पर मेरा हेलमेट मेरा जीवन है के विषय पर कला प्रतियोगिता तथा हेड इंजरी प्रिवेन्शन व ट्रैफिक नियम के विषय पर प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कला प्रतियोगिता में निंबरा कुरैशी को प्रथम स्थान, खुशी वर्मा को द्वितीय स्थान तथा निलिशा पाल को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। इसके साथ ही प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में सिटी मांटेसरी स्कूल, गोमती नगर की वर्तिका एवं मो इमरान ने प्रथम स्थान हासिल किया, इस प्रतियोगिता में सिटी मांटेसरी स्कूल, अलीगंज के आरुष और विनायक को द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ। तीसरे स्थान पर रेडरोज सीनियर सेकेण्डरी स्कूल के अखिल यादव एवं अस्तित्व रहे। इसके साथ ही प्रीति मुखर्जी, नंदनी, माही सिंह, विभू कुमार तथा हर्षिता को सांत्वना पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर जौनपुर के जाफराबाद से विधायक हरेन्द्र सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा एसएन शंखवार, न्यूरोसर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ बीके ओझा, ट्रॉमा सर्जरी के विभागाध्यक्ष डॉ संदीप तिवारी, न्यूरोसर्जरी विभाग के सह-प्राचार्य डॉ सोमिल जायसवाल मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

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