स्वदेशी टीका-कोवैक्सीन भी वैश्विक दौड़ में शामिल

नई दिल्ली 07 जुलाई।कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिए स्‍वदेशी टीका-कोवैक्‍सीन भी वैश्विक दौड़ में शामिल है।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद(आईसीएमआर) ने देश के 12 चिकित्‍सा संस्‍थानों को पत्र लिखकर इच्‍छुक स्‍वंयसेवकों से मनुष्‍य पर टीके का परीक्षण का पहला चरण शुरू करने का आग्रह किया है।इनमें से कई संस्‍थानों ने आज से नामांकन प्रक्रिया शुरू कर दी है।
आईसीएमआर ने भारत बायोटैक इंटरनेशनल लिमिटेड के साथ मिलकर ये टीका तैयार किया है जबकि जायडस कैडिला नाम की कम्‍पनी जाइकोव-डी नाम का टीका तैयार करने में लगी है।हाल ही में भारत के ड्रग कंट्रोलर जनरल ने कोवैक्‍सीन और साइकोडी वैक्‍सीन के मानव परीक्षण को मंजूरी दी थी।
भारतीय वैक्‍सीन के निर्माताओं द्वारा यूनिसेफ जैसी विश्‍वस्‍तरीय संस्‍था की कुल आपूर्ति का 60 प्रतिशत हिस्‍सा मुहैया कराया जाता है। दुनिया भर में 140 से अधिक कोविड-19 के टीकों पर विभिन्‍न चरणों में शोध जारी है।
आज से देश भर के चुने हुए संस्‍थाओं में शुरू हो रहे हेल्‍थ वॉलिंटियर्स के नामांकन के साथ ही दोनों भारतीय वैक्‍सीन उम्‍मीदवार परीक्षण के चरण में प्रवेश कर गये हैं।इनका परीक्षण 1125 स्‍वास्‍थ्‍य वॉलिंटियर्स पर किया जाना है।टीकों का मूल्‍यांकन, सुरक्षा, प्रतिरक्षण क्षमता और अन्य मानकों पर किया जाना है।

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