सेंट्रल रेलवे स्टेशन आने वाले वक्त में इंटरनेशनल एयरपोर्ट की तरह आएगा नजर, होगी हर तरह की सुविधा उपलब्ध

सेंट्रल रेलवे स्टेशन आने वाले वक्त में इंटरनेशनल एयरपोर्ट की तरह नजर आएगा। यानी स्टेशन में हर तरह की सुविधा उपलब्ध होगी। इसी सिलसिले में मंगलवार को रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट अथॉरिटी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर ओपी सिंह ने रेलवे अधिकारियों के साथ स्टेशन का दौरा किया और भविष्य का खाका खींचा।

स्टेशन की इमारत होगी अर्धचंद्राकार

कानपुर सेंट्रल देश के उन चुनिंदा स्टेशनों में शामिल है, जिनका कायाकल्प रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट अथॉरिटी को करना है। मंगलवार को अथॉरिटी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर ओपी सिंह ने रेलवे के सीनियर डीईएन पियूष मिश्रा व स्टेशन अधीक्षक आरएनपी त्रिवेदी के साथ बैठक की। पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से भविष्य के सेंट्रल रेलवे स्टेशन का नक्शा भी दिखाया। इसमें बताया कि सेंट्रल की इमारत अद्र्धचंद्राकार होगी। ठीक उसी तरह जैसे विदेशों में एयरपोर्ट दिखाई देते हैं।

उन्होंने बताया कि प्लेटफार्म नंबर नौ के बगल में एक नया प्लेटफार्म बनाया जाएगा। इस पर कैब-वे की सुविधा मिलेगी। इसी प्लेटफार्म से वीआइपी ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। इसके बाद उन्होंने रेलवे अधिकारियों के साथ मिलकर स्टेशन परिसर का निरीक्षण किया और खाली पड़ी जमीन के बारे में जानकारी की। अथॉरिटी मल्टी परपज हॉल, थ्रीस्टार होटल, मॉल आदि बनाने की योजना पर भी विचार कर रही है।

ये दिए निर्देश

-दिव्यांगजन के लिए गैर फिसलन वाली टाइल्स के उपयोग के साथ प्लेटफार्म की सतह में सुधार लाने के निर्देश।

– सुरंग के रास्ते में और अधिक वेंटिलेशन व एयर सर्कुलेशन की व्यवस्था के निर्देश।

– मंडल अधिकारियों, सेंट्रल रेलवे स्टेशन प्रशासन और ब्रिज एंड रूफ और आइआरएसडीइ के अनुसार डीपीआर तैयार करने के निर्देश।

इसलिए जरूरी है रीडेवलपमेंट

कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर यात्री भार बढऩे से सभी यात्रियों को पूरी सुविधा नहीं मिल पाती है। कई इमारतें और संरचनाएं बहुत पुरानी और जर्जर अवस्था में हैं। प्लेटफॉर्म व उसकी सतह, प्लेटफॉर्म शीट्स, वॉटर बूथ, शौचालय, हाइड्रेंट पाइपलाइन आदि नवीनीकरण की मांग कर रहे हैं। कर्मचारियों के लिए केंद्रीक्रत भवन, दिव्यांग सुविधा केंद्र और यात्री सुविधाओं की कमी भी है।

ये बढ़ेंगी सुविधाएं

मल्टी यूटिलिटी बिल्डिंग : कैंट व घंटाघर साइड ऐसी इमारत जिसमें एक साथ सभी यात्री सुविधाएं होंगी। टिकट, प्लेटफार्म टिकट, टिकट आरक्षण केंद्र, पूछताछ केंद्र, वेटिंग रूम सभी एक ही स्थान पर होंगे। मॉल भी होगा।

एकल निकास : स्टेशन पर अभी कई प्रवेश द्वार हैं। इन्हें एकल किए जाने की व्यवस्था है, ताकि सुरक्षा और चाक चौबंद हो सके। इस पर काम शुरू हो चुका है।

एमसीओ और आरएमएस बिल्डिंग की शिफ्टिंग : वर्तमान में एमसीओ और आरएमएस कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर हैं। यात्रियों की सुविधा के लिए इस जगह को मुक्त करने की जरूरत है। इन्हें पुराने जीआरपी क्वार्टर व कूड़ा घर के स्थान पर शिफ्ट किया जाएगा।

मल्टी स्टोरी पार्किंग : मल्टी स्टोरी पार्किंग सिटी साइड में टू ह्वीलर पार्किंग के स्थान पर बनेगी। इससे अभी फोर ह्वीलर पार्किंग में प्रयोग होने वाली जमीन पर दूसरे सौंदर्यीकरण कार्य कराए जा सकेंगे।

यात्री निवास : सिटी साइड पुराना तांगा स्टैंड पर यात्री निवास बनाए जाने का प्रस्ताव है। यह तीन से पांच मंजिला होगा।

संरचना : स्टेशन पर प्लेटफार्मों की संरचना बेहद जर्जर है। इन्हें दोबारा से बनाने की जरूरत है। दस करोड़ रुपये पास हो चुका है, लेकिन काम अभी शुरू नहीं हुआ है। पाइपलाइन और हाइड्रेंट पाइपलाइन जो कैरिज वाटरिंग के लिए उपयोग की जाती हैं, वे भी बहुत पुरानी और खराब हैं। इन्हें बदला जाना है।

ड्रेनेज सिस्टम : कानपुर सेंट्रल यार्ड की मौजूदा नालियों में उचित ढलान नहीं है और प्लेटफॉर्म के अंत में जल निकासी नेटवर्क भी नहीं है। हर बारिश में ट्रैक में पानी भर जाता है। जल निकासी की पूरी व्यवस्था की जाएगी।

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