सुबह साढ़े दस बजे पहुंचीं मेयर ने परिसर में खड़े वाहनों को देखा, गायब कर्मचारियों की मांगी रिपोर्ट…

करोड़ों रुपये से खरीदे गए कूड़ा वाहनों के रखरखाव में हर साल करोड़ों रुपये खर्च होने के बाद भी वाहन कंडम हो गए हैं। मामला सामने आने पर महापौर प्रमिला पांडेय गुरुवार सुबह साढ़े दस बजे फजलगंज स्थित नगर निगम के वर्कशॉप पहुंच गईं। महापौर को देखकर वहां मौजूद अधिकारियों व कर्मचारियों में खलबली मच गई।

महापौर ने सबसे पहले परिसर में खड़े वाहनों को देखा, जिसमें चार छोटे वाहन ऐसे मिले जिनका दो माह से प्रयोग ही नहीं किया गया था। इन वाहनों के बारे में अफसरों से पूछा तो वह जवाब नहीं दे सके। इसके बाद उन्होंने एक-एक कर सभी वाहनों को देखा। इसमें कई वाहन ऐसे मिले, जिन्हें थोड़ा खर्च कर सही कराया जा सकता है। उन्होंने हर साल वाहनों के रखरखाव में खर्च होने वाले बजट की जानकारी ली तो अफसरों ने बताया कि हर साल दो करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। इसके साथ ही पिछले पांच साल में खरीदे गए वाहनों की सूची तलब की। कर्मचारियों की संख्या पूछी तो बताया गया कि 38 है, हालांकि कार्यालय में इतने कर्मचारी नहीं थे। इस पर महापौर ने कहा कि कितने कर्मचारी नहीं आए इसकी रिपोर्ट दें। उन्होंने वाहनों के ब्योरा वाला रजिस्टर अपने कब्जे में ले लिया।

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