सीएम योगी आदित्यनाथ के तेवर सख्त, पलायन को रोकने के लिए सील की गईं प्रदेश की सभी सीमाएं

लखनऊ: कोरोना वायरस के संक्रमण को सेकेंड से थर्ड स्टेज पर जाने से रोकने के लिए लॉकडाउन के पालन में हीलावहाली देख सीएम योगी आदित्यनाथ के तेवर सख्त हैं। सूबे के साथ ही अन्य राज्यों से हो रहे बड़े पैमाने के पलायन को रोकने के लिए प्रदेश की सभी सीमाएं सील कर दी गई हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शीर्ष अधिकारियों के साथ इस सिलसिले में बैठक में स्पष्ट निर्देश दिये थे। उसके बाद मुख्य सचिव आरके तिवारी की ओर से शासनादेश भी जारी किया गया था। पुलिस महानिदेशक हितेश चंद्र अवस्थी ने बताया कि प्रदेश की सभी सीमाएं सील कर दी गई हैं। बाहर से आने वाले लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण होगा और इसके बाद उन्हें आश्रय स्थलों में भेज दिया जाएगा। इन सभी को किसी भी कीमत पर न तो उनके गांव या फिर किसी रिश्तेदार के घर भी जाने नहीं दिया जाएगा। लॉकडाउन के दौरान अब 14 अप्रैल तक सख्ती बरती जाएगी और उल्लंघन करने वालों को दंडित भी किया जाएगा। सरकार जानलेवा कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए हर जतन कर रही है। जनता से भी इसमें पूरा सहयोग अपेक्षित है।
मुजफ्फरनगर में उत्तराखंड के साथ ही सहारनपुर में उत्तराखंड, हरियाणा तथा हिमाचल प्रदेश की सीमा को सील कर दिया गया है। मुजफ्फरनगर में तो देर रात यूपी-उत्तराखंड बोर्डर को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। यहां प्रभारी निरीक्षक सुभाष गौतम ने बताया कि शासन के आदेश पर रविवार रात से उत्तर प्रदेश की सीमा पर सभी तरह का आवागमन बंद कर दिया है। आवश्यक चीजों की आपूर्ति में चलने वाली गाडिय़ों को छोड़कर बाकी सभी के सूबे में आने को प्रतिबंधित कर दिया गया है। कई दिनों से आ रही पैदल लोगों की भीड़ को भी रोक दिया गया है। जो लोग आ रहे थे, उन्हें वापस जाने के लिए कह दिया गया है। अगले आदेश तक यह प्रतिबंध लगा रहेगा।

Back to top button