सपा-बसपा के खिलाफ यूपी भाजपा अध्यक्ष ने बताया जीत का ये फॉर्मूला

 भारतीय जनता पार्टी 2019 में होने वाले लाेकसभा चुनाव के मोड में अा गई है। साेशल मीडिया पर पार्टी काे मजबूती देने तथा डिजिटल प्लेटफार्म का बेहतर इस्तेमाल करने के लिए शनिवार काे नाेएडा में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 19 जिलाें के 500 कार्यकर्ताअाें की कार्यशाला में यह साफ ताैर पर देखने काे भी मिला। भाजपा केंद्र व राज्य सरकार के काम व सरदार वल्लभ भाई पटेल काे सम्मान देने का मुद्दा लेकर जनता के बीच जाएगी। इसकी झलक नाेएडा की कार्यशाला में भी देखने को मिली। हालांकि, वर्ष 2014 की तरह उत्तर प्रदेश में पार्टी की राह अासान नहीं है। पार्टी गाेरखपुर जैसी अपनी मजबूत सीट लोकसभा उपचुनाव में हार चुकी है। सपा-बसपा के बीच गठबंधन की सुगबुगाहट भी है। ऐसे में इन तमाम चुनाैतियाें पर नाेएडा के ब्यूराे प्रभारी ललित विजय ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय से विस्तार से बातचीत की। पेश हैं प्रमुख अंश –सपा-बसपा के खिलाफ यूपी भाजपा अध्यक्ष ने बताया जीत का ये फॉर्मूला

सवाल- अापने कार्यकर्ताअाें के बीच माेदी सरकार काे फिर से लाने का नारा दिया। वर्ष 2014 का परिणाम उत्तर प्रदेश में फिर से कैसे दाेहराया जाएगा। पार्टी जनता से किस अाधार पर वाेट मांगेगी?

जवाब- भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी अाैर मुख्यमंत्री याेगी अादित्यनाथ के काम के अाधार पर जनता से वाेट मांगेगी। प्रधानमंत्री 18 घंटे काम करते हैं। एक भी दिन अवकाश नहीं लिया है। उनका अपना काेई घर नहीं है। वह 2022 तक हर गरीब काे घर देने के लिए काम कर रहे हैं। उधर, बसपा की मायावती ने प्रदेश में सत्ता मिलने पर अपना अालीशान मकान बना लिया। सुप्रीम काेर्ट के अादेश पर उन्हाेंने अपना घर जब खाली किया तब पता चला कि उसमें ताे लाखाें के फव्वारे से लेकर न जाने क्या-क्या लगा है। मिस्टर क्लीन बनकर सत्ता में अाए अखिलेश यादव के घर से ताे इटालियन टाेटी निकली। अन्य सामान पर कितना खर्च हुअा हाेगा? इसका अंदाजा लगा लीजिए। ऐसे में साफ है कि जनता अपना घर बनाने वालाें की बजाए जनता का घर बनाने वालाें काे चुनेगी। माेदी जी के जन-सामान्य के लिए किए गए कार्य का ही नतीजा है कि अाज 19 राज्याें में हमारी सरकार है।

सवाल- फिर इतनी उपलब्धियों के बाद भी भाजपा गाेरखपुर, फूलपुर अाैर कैराना लाेकसभा उपचुनाव क्याें हार गई अाैर गाेरखपुर ताे भाजपा की सुरक्षित सीट मानी जाती है। वहां से मुख्यमंत्री अाैर फूलपुर से उपमुख्यमंत्री हैं?

जवाब- गाेरखपुर अाैर फूलपुर का उपचुनाव पार्टी अपनी गलती से हारी है। हमने चुनाव काे हलके में ले लिया था। कार्यकर्ता अाम जनता तक पहुंचे ही नहीं। इस गलती काे ठीक किया जा रहा है। इसी कारण कार्यकर्ताअाें काे केंद्र व राज्य सरकार के बेहतर कार्य के बारे में बताया जा रहा है। साथ ही उसे अाम जनता तक ले जाने के लिए कार्यकर्ताअाें काे प्रेरित किया जा रहा है।

सवाल- अाम धारणा है कि सपा-बसपा गठबंधन की वजह से भाजपा उत्तर प्रदेश में लाेकसभा का उपचुनाव हारी थी। इसी कारण दाेनाें पार्टियां वर्ष 2019 का लाेकसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ने पर विचार कर रही हैं?

जवाब- अब सपा-बसपा या काेई अाैर भी गठबंधन कर ले, भाजपा काे काेई हरा नहीं सकता। हमारे बूथ स्तर के कार्यकर्ता तैयार हैं। एक-एक घर तक भाजपा का काम पहुंचाया जा रहा है। देश में नरेंद्र माेदी के अलावा काेई राष्ट्रीय नेता नहीं है। राहुल गांधी काे उनकी पार्टी ही नेता नहीं मानती। मायावती पैसे लेकर टिकट बेचती हैं, यह बात उनके साथी ही उजागर कर रहे हैं। ममता बनर्जी फूल व पत्ती के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ती हैं अाैर प्रदेश में घांस-फूल का पूरा ठेका अपने रिश्तेदार काे दे देती हैं। जनता के सामने सबकी सच्चाई उजागर हाे गई है। देश काे पता है कि गरीबाें के लिए काम करने वाली सिर्फ भाजपा ही है। सपा-बसपा में अभी अंतर-विराेध भी है। वह अापस में गठबंधन करें, हम जनता से गठबंधन करेंगे।

सवाव- मायावती ने जब यूपी में कई महापुरुषाें की मूर्ति लगाई तो भाजपा ने इसे अाम जनता के पैसे की बर्बादी बताया था। अब मायावती ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की 180 मीटर ऊंची मूर्ति लगाने पर भाजपा पर निशाना साधा है। जबकि, अापने कार्यकर्ताअाें के सामने इसे भाजपा की उपलब्धि के ताैर पर पेश किया?

जवाब- बाबा साहेब भीमराव अांबेडकर की मूर्ति लगाने पर भाजपा ने कभी विराेध नहीं किया। हमारा विराेध कांशीराम व मायावती की खुद की मूर्ति लगाने पर था। जिस सरदार ने देश काे एकता के सूत्र में बांधा, उनकाे सम्मान देकर भाजपा ने उनका सिर पूरी दुनिया में ऊंचा कर दिया है। कांग्रेस ने एक सरदार काे दस साल तक स्टैचू बनाकर रखा था।

सवाल- भाजपा उत्तर प्रदेश में कुछ सांसदाें का टिकट काटने या सीट बदलने पर भी विचार कर रही है ?

जवाब- लाेकसभा टिकट देने का काम केंद्रीय नेतृत्व का है।

सवाल- भाजपा के प्रदेश में सहयाेगी अाेम प्रकाश राजभर लगातार सरकार के काम पर सवाल खड़े कर रहे हैं। अाखिर भाजपा सहयाेगियाें से बेहतर तालमेल क्याें नहीं बना पा रही है?

जवाब- यही वास्तविक लाेकतंत्र है। लाेकतंत्र में सबकाे बाेलने की अाजादी है। 

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