श्रीलंका में बम ब्लास्ट कराने जाहरन हाशिम की बहन बोली, ”मुझे खुशी है कि वह नहीं रहा”

21 अप्रैल को ईस्टर के दिन श्रीलंका में 8 बम धमाके हुए थे. अब तक 250 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. कई लोग अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं. इस बीच सीरियल बम ब्लास्ट के संदिग्ध मास्टरमाइंड की बहन ने बड़ा बयान दिया है. उनका कहना है कि उसका भाई दूसरे धर्मों से नफरत करता था. किशोर अवस्था से ही उसकी बातें नफरत से भरी होती थीं. संदिग्ध बॉमर जाहरन हाशिम की बहन ने अपने भाई के चरमपंथी विचारों की आलोचना की है. बहन का कहना है कि मुझे खुशी है कि वह मर गया.

जाहरन हाशिम चरमपंथी संगठन ‘नेशनल तौहीद जमात’ (एनटीजे) का हेड था. श्रीलंका में हमले के पीछे इस संगठन का हाथ माना जा रहा है. इस सीरियल ब्लास्ट की जिम्मेदारी लेने के बाद इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने एक वीडियो जारी किया था. इस वीडियो में हाशिम को देखा गया था. वह 21 अप्रैल को कोलंबो के संगरीला होटल में दूसरे बॉमर के साथ देखा गया था.

इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक जाहरन हाशिम की 26 वर्षीय बहन मधानिया ने बताया कि 2017 से उसने अपने भाई से बातचीत बंद कर दी थी. वह मुझे सरकार के खिलाफ, गैर मुस्लिमों और राष्ट्रध्वज के खिलाफ शिक्षा देता था. बहन ने अपने भाई के बारे में बताया कि उसने हमारे परिवार पर तबाही ला दी. मुझे खुशी है कि वह नहीं रहा.

मधानिया ने कहा कि उसके भाई ने गलत लोगों से धर्म सीखा. उसने दूसरे धर्म के लोगों को मारना सीखा. मुझे खुशी है कि वह नहीं रहा. पुलिस सूत्रों और आत्मघाती हमलावरों के एक रिश्तेदार ने रविवार को रॉयटर को बताया कि दो दिन पहले जब सुरक्षा बलों ने संदिग्ध बॉमर के सुरक्षित घर पर धावा बोला तो पिता और दो भाई मारे गए.

जाहरन हाशिम, रिलवान हाशिम और उनके पिता मोहम्मद हाशिम सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए. सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वीडियो में इन तीनों को देखा गया था. वे गैर मुस्लिमों के खिलाफ युद्ध को खत्म करने का आह्वान कर रहे थे. 26 अप्रैल को पूर्वी तट पर सेना के साथ मुठभेड़ में 15 लोगों के साथ ये तीनों भी मारे गए. वहीं दूसरी ओर आतंकवादी संगठन आईएस ने दावा किया है कि सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में उसके तीन आतंकवादियों ने खुद को उड़ा लिया.

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