शाम के समय भूल से भी न करें ये काम

ज्योतिषशास्त्र में किसी भी धार्मिक काम या इससे जुड़े काम को करने के लिए समय निर्धारित किया गया है। जिसमें यह भी बताया गया है कि कुछ समय ऐसा भी होता है, जिनमें हमें कुछ खास काम बिलकुल भी नहीं करने चाहिए। अगर ये काम किये जाए तो मानव जीवन कई परेशानियों में पड़ सकता है। आज हम आपसे कुछ इसी सिलसिले पर चर्चा करने वाले हैं। दरअसल यह तो आप भी जानते होगें कि सूर्यास्त के बाद नकारात्मक शक्ति का प्रभाव बढ़ जाता है। और इसी वजह से कुछ काम को रोक दिया जाता है और कुछ का करना जरूरी होता है। तो चलिए जानते है उन काम के बारे में..ज्योतिषशास्त्र के अनुसार शाम के समय भूल कर भी न करें ये काम

सूर्यास्त के तत्काल बाद सोना अशुभ माना जाता है। ऐसा सिर्फ वृद्ध और गर्भवती महिलाएं कर सकती हैं। माना जाता है कि शाम के समय देवी-देवता पृथ्वी का भ्रमण करते हैं। जिन घरों में शाम के समय पूजा-पाठ हो रहा होता है, उन घरों को उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है और जिस घर के लोग सोए होते हैं उस घर में बरकत नहीं होती है।

कभी भूलकर भी शाम को तुलसी के पौधे में पानी नहीं देना चाहिए। तुलसी में सूर्योदय होने के बाद ही जल अर्पित करना चाहिए। शाम को तुलसी में दीपक जलाना चाहिए। ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है और बुरे प्रभाव नहीं आते हैं।

ठाकुर जी को भोग देने के बाद सूर्योदय के समय तुलसी पत्र तोड़ सकते हैं। ध्यान रहें तुलसी पत्र तोड़ने से पहले तुलसी से इसके लिए माफी मांग लें। सूर्योस्त के बाद तुलसी को स्पर्श नहीं करना चाहिए।

पुरुषों को दायां करवट और महिलाओं को बायां और लेकर सोना चाहिए। सोते समय सिर दक्षिण दिशा में और पैर उत्तर दिशा में होने चाहिए। पैर पर पैर रख कर सोने से आयु कम होती है।

शाम के समय घर में झाडू नहीं लगानी चाहिए। ऐसा करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और घर में परेशानी होने लग जाती है।

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