शादी के बाद विदेश फरार हुए एनआरआइ दूल्‍हों पर की गई बड़ी कार्रवाई, 450 के पासपोर्ट रद

 पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में युवतियों से शादी कर विदेश भागे एनआरआइ दूल्‍हों की अब खैर नहीं है। ऐसे दूल्‍होंं पर बड़ी कार्रवाई की गई है। ऐसे 450 दूल्हों के पासपोर्ट रीजनल पासपोर्ट ऑफिस चंडीगढ़ ने रद कर दिए हैं। इसके अतिरिक्त 83 दूल्हे पासपोर्ट ऑफिस की कार्रवाई के बाद वापस भारत लौट आए हैं। इस बीच रीजनल पासपोर्ट ऑफिस ने कनाडा, ब्रिटेन और अमेरिका सहित कई अन्य देशों को ऐसे भारतीयों के खिलाफ कार्रवाई को लिखा है जो भारत में शादी करने के बाद पत्नी को धोखा देकर विदेश भाग गए। इन सबके पासपोर्ट रद करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। 

गौरतलब है कि वापस लौटने पर पिछले 18 माह में ऐसे 45 और छह माह में ऐसे दस दूल्हों को पकड़ा गया या उन्होंने खुद सरेंडर कर दिया। हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ के 20 हजार से अधिक दूल्हे शादी करने के बाद विदेश भाग गए हैं। मगर कोरोना संकट के कारण अब एक दर्जन ऐसे दूल्हे विदेशों से वापस भारत लौट आए हैं। रीजनल पासपोर्ट ऑफिस ने 450 एनआरआइ दूल्हों के पासपोर्ट रद कर दिए हैं।

पासपोर्ट ऑफिस के पास पीडि़त पक्षों की तरफ से शादी कर विदेश भागे दूल्हों के पासपोर्ट रद करने की मांग पहुंच रही है। पासपोर्ट ऑफिस की कार्रवाई के बाद पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के 83 दूल्हे वापस लौट आए और अब एक बार फिर अपने परिवार के साथ रहने को राजी हो गए हैं। 14 दूल्हों को विभिन्न एयरपोर्ट पर लैंड करते ही गिरफ्तार कर लिया गया।

पासपोर्ट ऑफिस के पास अभी लगभग 60 शिकायतें लंबित हैं। रीजनल पासपोर्ट ऑफिसर विकास कविराज के अनुसार इस कार्रवाई के बाद अब विदेशों से लौटे दूल्हे राजीनामे के लिए पासपोर्ट ऑफिस पहुंच रहे हैं। ऐसे ही 22 दूल्हों की तरफ से परिवार के साथ राजीनामा का शपथ पत्र दिया गया है कि वह अब अपने परिवार को साथ लेकर विदेश जाएंगे। ऐसे दूल्हे तब तक विदेश नहीं जा पाएंगे, जब तक समूची कानूनी प्रक्रिया के तहत उन्हेंं क्लीयरेंस नहीं मिल जाती

गहने तक लेकर भाग गए थे विदेश

शिबास कविराज के अनुसार अधिकतर मामलों में यह एनआरआइ दूल्हे पत्नी के गहने तक लेकर भाग गए थे। इनमें से कई स्टडी वीजा पर गए, लेकिन वापस नहीं लौटे। कई केस तो ऐसे सामने आए हैं, जिनमें इन दूल्हों ने विदेशों में भी शादियां की हुई थीं।

दिलचस्प बात यह है कि कोरोना संकट के बीच अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा में ऐसे तमाम दूल्हों को नौकरी से निकाल दिया गया है। पासपोर्ट ऑफिस में शिकायत संबंधित देशों के विदेश मंत्रालय के साथ-साथ उन कंपनियों को भी की गई थी, जहां वे काम कर रहे थे। कई मामलों में तो विभिन्न अदालतों द्वारा ऐसे दूल्हों को भगोड़ा तक घोषित किया जा चुका है।

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