व्हाट्सएप ग्रुप छोड़ना पड़ गया महंगा, मिला नोटिस…

 सरकारी सिस्टम में अब तक सरकारी आदेश का पालना नहीं करना या अन्य कोई लापरवाही ही अनुशासनहीनता की श्रेणी में गिनी जाती थी, लेकिन अब सोशल मीडिया पर बना ग्रुप छोडना भी इसके दायरे में आ गया है। जयपुर की सांगानेर तहसील में पंचायत समिति की विकास अधिकारी ने व्हाट्सएप ग्रुप छोड़ने पर सात ग्राम सेवकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर पूछा है कि आपने बिना कराण बताए ग्रुप क्यों छोडा और क्यों न इसके लिए आपके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही अमल में लाई जाए। यह कारण बताओ नोटिस चर्चा का विषय बना हुआ है।

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व्हाट्सएप ग्रुप छोड़ना पड़ गया महंगा, मिला नोटिस...

 

 

 

जयपुर की सांगानेर पंचायत समिति की विकास अधिकारी (बीडीओ) रिंकू मीणा ने ये अजीबोगरीब कारण बताओ नोटिस हाल ही अपने सात ग्राम सेवकों को जारी किया है। रिंकू मीणा ने कारण बताओ नोटिस में संबंधित ग्रुप को सरकारी व्हाट्सएप ग्रुप बताया है जो सरकारी योजनाओं और कार्यों को नियमित और तेज गति से करने के लिए बनाया गया था।

नोटिस में कहा यह देखने में आया है कि आप (ग्राम सेवक) संबंधित ग्रुप से बिना कारण बताए रिमूव हो गए हैं। इसका कारण स्पष्ट करें। अधिकारी ने ग्राम सेवकों को अनुशासननात्मक कार्रवाई की चेतावनी और भविष्य में ग्रुप में बने रहने की हिदायत भी दी है। इस आदेश की प्रति पंचायत समिति के अन्य कर्मचारियों को भेजी गई है और उन्हें कहा गया है कि ग्रुप में अनावश्यक पोस्ट न करें तथा राजकीय कार्य समय पर करना सुनिश्चित करें।

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