देश में सूक्ष्म, लघु उद्योगों ने 10 करोड़ लोगों को रोजगार दिया

भोपाल। देश में MSME ने हर साल 10 करोड़ लोगों को रोजगार दिया है। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों को बढ़ने के लिए पर्याप्त अवसर दिए जा रहे हैं। ये दावा किया है केंद्रीय MSME मंत्री गिरिराज सिंह ने। सिंह दो दिनी सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग व स्व रोजगार सम्मेलन के शुभारंभ के मौके पर बोल रहे थे। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी इस मौके पर MSME के लिए कई घोषणाएं की।

देश में सूक्ष्म, लघु उद्योगों ने 10 करोड़ लोगों को रोजगार दियाभोपाल में हो रहे इस सम्मेलन में दो दिनों तक सूक्ष्म उद्योगों के विस्तारए स्थिति पर चर्चा की जाएगी। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश के MSME मंत्री संजय पाठक ने सम्मेलन की शुरूआत की।अपने संबोधन में केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्रत प्रभार) गिरिराज सिंह ने कहा कि जो विदेश जाकर झूठ बोल रहे हैं, वो सुन लें मैं दावे से कह रहा हूं कि देश में MSME ने हर साल 10 करोड़ लोगों को रोजगार दिया है। उन्होंने भावांतर भुगतान योजना को किसानों के लिए अब तक की सबसे उम्दा योजना बताया। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में सिर्फ स्मॉल और मीडियम उद्योग हैं लेकिन भारत ही ऐसा देश हैए जहां MSME है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने संबोधन में कहा कि अब जिला स्तर पर MSME केंद्र खोले जाएंगे। लघु उद्योगों को बढ़ावा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवाओं के पास कोई इनोवेटिव आइडिया हो वो सरकार के पास आए सरकार उन्हें कैपिटल वेंचर फंड से मदद करेगी। उन्होंने ये भी घोषणा की कि प्रदेश में 10 करोड़ तक के निवेश वाली इकाइयों को राज्य सरकार 40 प्रतिशत तक सब्सिडी देगी।

वहीं पॉवर लूमों के उन्नयन के लिए उनकी उन्नयन लागत का 25 प्रतिशत व्यय राज्य सरकार वहन करेगी। मुख्यमंत्री ने ये भी घोषणा की कि सूक्ष्म उद्योगों को उनकी आवश्यकतानुसार छोटे-छोटे भूखण्ड विकसित कर उपलब्ध कराए जाएंगे।

प्रदेश के MSME मंत्री संजय पाठक ने अपने संबोधन में दावा किया कि बीते एक साल में प्रदेश के 4000 युवाओं ने सरकार की विभिन्न योजनाओं के जरिए अपना सफल बिजनेस और स्टार्ट अप वेंचर स्थापित किया।

इससे पूर्व अतिथियों ने ग्वालियर, मंडीदीप और देवास के उद्योगों को MSME अवॉर्ड से नवाजा। साथ ही दो इन्क्यूबेशन सेंटर को स्वीकृति दी गई और भोपाल के ऑनलाइन कबाड़ीवाला के अभिनव विचार और स्टार्ट अप को भी स्वीकृति दी गई।

कार्यक्रम में प्रदेशभर के सूक्ष्मए लघु और मध्यम उद्योग से जुड़े उद्योगपति भी मौजूद हैं जो सम्मेलन के अलग-अलग सत्र में अपनी बात रखेंगे।

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