विद्वान और मूर्ख व्यक्ति में यह सबसे बड़ा अंतर, चाणक्य ने बताया हैं

आचार्य चाणक्य ने बहुत सी ऐसी ज्ञानवर्धक बातें बताई हैं जिनको अपनाकर आप अपने जीवन को खुशहाल बना सकते हैं. जी हाँ, उन बातों को अपनाकर आप अपने जीवन में शांति ला सकते हैं और जीवन को सुखमय बना सकते हैं. तो आज हम आपको बताते हैं आचार्य चाणक्य ने किन किन बातों का उल्लेख किया है…?

जी दरअसल चाणक्य कहते हैं कि विद्वान आदमी की चर्चा पूरे संसार में की जाती है लेकिन मूर्ख इंसान का महत्व सिर्फ उसके घर तक ही बना हुआ होता है. इसी के साथ अगर कोई मूर्ख व्यक्ति घर का मुखिया होता है तो उसकी पूछ सिर्फ घर में ही होती है, वहीं अगर कोई व्यक्ति ज्ञानी होता है तो उसकी बात गांव-गांव देश-देश और शहर-शहर की जाती है.

इसी के साथ चाणक्य कहते हैं जब इंसान के जीवन का बुरा वक्त आता है तो उस समय उसका सहारा उसकी पत्नी उसका पुत्र और भगवान ही देते हैं. इसी के साथ कहते हैं चाणक्य के मुताबिक जो अल्प मति के लोग होते हैं वह मूर्ति के अंदर भगवान देखते हैं.

वहीं ऐसा माना जाता है जो व्यापक दृष्टि वाले लोग होते हैं, वह इस बात को बखूबी जानते हैं कि भगवान इस दुनिया में चारों ओर है. इसी के साथ चाणक्य का कहना है कि हमेशा अपने जीवन में कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, कि किसी भी काम को करने का सही समय तब होता है जब आपके पास सही मित्र पैसे खर्च करने का सही तरीका हो.

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