लॉकडाउन: दुकानों पर खत्म हो रहा जरूरी सामान, जरूरी दवाइयों का स्टॉक भी कम

न्यूज़ डेस्क 
देश में लॉक डाउन का आज आठवां दिन है। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए ये फैसला लिया गया था। जिसके बाद देश भर सभी उद्योग, दुकानें, मॉल बन्द कर दिए गए। हालांकि पीएम मोदी ने कहा था कि आम जन जीवन से जुड़ी जरूरी चीजें मिलती रहेंगे।
लेकिन प्रशासन और सरकार के दावों के बाद भी राशन की सप्लाई चेन बाधित हो रही है। दुकानों पर जरूरी सामानों की किल्लत धीरे-धीरे सामने आने लगी है। दुकानों पर भारी भीड़ देखी जा रही है।

वहीं दुकानदारों का कहना है कि होल सेल मार्केट में माल नहीं आ पा रहा, जिसके कारण उनके पास सामान नहीं है। जिन लोगों को ऑनलाइन डिलिवरी के लिए जिम्मेदारी दी जा रही है, उनके पास भी सामान नहीं है।
यही हाल दवा की दुकानों पर भी देखी जा रही है। दवाइयों की सप्लाई में दिक्कतें शुरू हो गई हैं। लॉकडाउन की वजह से दवाइयों की सप्लाई चेन में लगे लोग काम पर नहीं आ पा रहे हैं। इसलिए दवा की खुदरा दुकानों में इनका स्टॉक कम पड़ता जा रहा है। जबकि दवाइयों की सप्लाई आवश्यक सेवा मानी गई है।
खबरों की माने तो Ipca Laboratories की HCQS और Lariago की तरह ही हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन और क्लोरोक्विन जैसी दवाइयों का स्टॉक दिल्ली के कई मेडिकल स्टोर्स में खत्म हो गया है। हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन का इस्तेमाल आर्थराइटिस और लपस जैसी बीमारियों में होता है।
ऑल इंडिया केमिस्ट्स एंड डिस्ट्रीब्यूटर्स फेडरेशन के प्रेसिडेंट कैलाश गुप्ता ने बताया कि ब्लड प्रेशर की दवाइयां, डाइबिटीज के लिए इस्तेमाल होने वाली इंसुलिन और दूसरी दवाइयों की सप्लाई भी कम पड़ने लगी हैं।
द ऑल इंडिया ऑर्गेनाइजेशन ऑफ केमिस्ट्स एंड ड्रगस्टिस AIOCD ने 29 मार्च को अलग-अलग फार्मास्यूटिकल्स एसोसिएशनों को पत्र लिख कर दवाइयों की सप्लाई सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है।
AIOCD के प्रेसिडेंट जे एस शिंदे और जनरल सेक्रेट्री राजीव सिंघल ने इस पत्र में कहा है कि इस वक्त सभी राज्यों में दवाइयों का स्टॉक कम रहने की रिपोर्ट है। यह स्टॉक 15-20 दिन से ज्यादा नहीं चलने वाला है।
यही हाल उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी देखा जा रहा है। कई मेडिकल स्टोर पर जरूरी दवाएं खत्म हो गयी है।
 

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