लड़कियाँ ज़रूर पढ़ें : ऐसे लडको से भूलकर भी न करें शादी

शादी किसी की भी लाइफ का टर्निंग पॉइंट होता है। लड़का हो या लड़की शादी के बाद दोनों की लाइफ में कोई न कोई बदलाव जरूर आते हैं।

कई लोगों की लाइफ शादी के बाद और भी ज्यादा हसीन हो जाती है, वहीं कुछ लोग अपनी बैचलर लाइफ को अच्छा मानकर शादीशुदा जिंदगी को कोसने लगते हैं। अगर आप शादी कर रहे हैं तो आपके लिए इस बात को जानना बहुत जरूरी है कि आपका पार्टनर कैसा है? खास तौर पर आजकल की दुनिया में जहां किसी का कोई भरोसा नहीं। ऐसे में मन के मुताबिक लाइफ पार्टनर का मिलना एक सपने की तरह होता है। तब तो इस बात को जानना और भी ज्यादा जरूरी हो जाता है।

लड़कियाँ ज़रूर पढ़ें : ऐसे लडको से भूलकर भी न करें शादी अगर आप भी अपने पार्टनर के बारे में जानना चाहते हैं और ये पता लगाना चाहते हैं कि वो आपसे शादी करने के लायक है या नहीं तो उसकी आदतों पर गौर करें। जी हाँ! आज हम आपको बताते हैं कि लड़कों की किन आदतों से जान सकते हैं कि वो आपसे शादी करने के लायक है या नहीं?

आप और आपका पार्टनर साथ बैठे हैं। आप चाह रही हैं कि वो आपसे बात करे लेकिन उसे अपने मोबाइल से फुर्सत ही नहीं है तो इसका मतलब ये है कि आपसे ज्यादा महत्व उसकी वर्चुअल लाइफ को देता है। समय रहते संभल जाइए , लेकिन इसका ये मतलब भी नहीं है कि हर बात की तुलना इस बात से करें कि वो आपकी तरफ़ कितन ध्यान देता है, क्यूँकि कोई भी हर समय दूसरे को अट्टेंशन नहीं दे सकता और केवल उसके बारे में नहीं सोच सकता।

आजकल की फ़िल्मी ज़िंदगी की यदि बात कि जाए तो हमें फ़िल्में और रोज़ आने वाले धारावाहिक देखकर ऐसा लगता है कि हमारी ज़िंदगी भी उन की तरह से हो, प्रेमी या प्रेमिका ये सोचते हैं कि मेरे साथी को भी फ़िल्मों वाले साथी की तरह होना चाहिए और वैसा ही व्यवहार करना चाहिए। लेकिन क्या सच में ऐसा हो पाता है? या क्या ऐसा करना सम्भव भी है  ? क्या आपको नहीं लगता कि ज़रूरत से ज़्यादा अपेक्षा इंसान को दूसरे व्यक्ति पर निर्भर बना देती है  ?

लेकिन एक बात ज़रूर गाँठ बाँध ले यदि आप एक लड़की हैं और आपका होने वाला जीवन साथी दूसरी लड़कियों में हद से ज़्यादा रुचि रखता है तो वो आपको कभी भी ख़ुशियाँ नहीं दे पाएगा, कुछ लड़के तो भवरें की तरह होते हैं और उनका एक लड़की से कभी गुज़ारा ही नहीं होता । फ़िल्मों में अक्सर दिल से फ़ैसले लेने की सलाह दी जाती है जो असल ज़िंदगी में बिलकुल ग़लत साबित होती है  , सोचिए क्या भगवान ने हम इंसानों को जानवरों से अलग इसलिए बनाया है क्यूँकि हमारे अंदर एक दिल है  ? जवाब दीजिए?

नहीं असल में भगवान ने हमें जानवरों से अलग बनाया है क्यूँकि हम सोच सकते हैं, हमारे अंदर दिमाग़ है तो जब भी अपने जीवन के फ़ैसले लेने हों तो दिमाग़ से लीजिए भले ही कोई फ़िल्मी हीरो या हेरोईन ये कहते रहे की दिल लेफ़्ट में होता है लेकिन हमेशा राइट होता है असल में दिल लेफ़्ट में होता है ये बात सही है लेकिन असल ज़िंदगी में उससे ( दिल)  फ़ैसले लेने वाले अधिकतर बार ग़लत दिशा में जाते हैं और दुःख भोगते हैं।

 
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