लखनऊ विश्वविद्यालय के डायरेक्टर लीगल सेल प्रो. डीएनएस यादव ने दिया इस्तीफा

लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय के डायरेक्टर लीगल सेल प्रो डीएनएस यादव ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इसी सप्ताह उन्होंने कुलपति को अपना त्यागपत्र सौंपा है। इसी के साथ ही विवि में लॉ फैकल्टी की डीनशिप एक बार फिर से विवादों में आ गई है। क्योंकि प्रो यादव अपने इस्तीफे के कारण में यह आरोप लगाया है कि उनकी वरिष्ठता को किनारे कर लॉ का डीन उनसे कनिष्ठ प्रफेसर को बना दिया गया। इस पर आपत्ति भी जताई लेकिन डेढ़ साल तक विवि प्रशासन की ओर से कोई निर्णय न लेने के कारण उन्होंने इस्तीफा दे दिया। प्रो यादव पिछले 13 साल से विवि में डायरेक्टर लीगल सेल के रूप में कार्य कर रहे थे। हर कुलपति के कार्यकाल में यह पद उन्हें ही दिया जाता था।
खुद के साथ हो अन्याय तो न्याय का पद त्यागना बेहतर
प्रो. डीएनएस यादव ने बताया कि डायरेक्टर लीगल से के तौर पर यह देखना होता है कि किसी के साथ अन्याय न हो, लेकिन जब खुद के साथ ही न्याय नहीं हो रहा है तो इस पद पर रहने का कोई मतलब नहीं है। इसलिए मैंने इस्तीफा दे दिया। डेढ़ साल पहले जब प्रो. आरके सिंह को डीन बनाया गया था तब मैंने आपत्ति जताई थी। लेकिन इसका कोई संज्ञान नहीं लिया गया। मैं और प्रो. सिंह एक साथ प्रफेसर हुए थे लेकिन सेलेक्शन कमिटी की ओर से जो मेरिट लिस्ट तैयार हुई थी उसमें मैं पहले नंबर पर था और प्रो. सिंह दूसरे नंबर पर। ऐसे में मैं वरिष्ठता क्रम में मैं उनसे ऊपर हूं लेकिन इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। इससे पहले आर्ट्स फैकल्टी में भी डीनशिप को लेकर विवाद हो चुका है।
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‘मामला डीनशिप का नहीं है असल में प्रो यादव विवि पर मुकदमा करना चाहते हैं, इसलिए नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दिया है, जिसे मैंने अभी मंजूर नहीं किया। ‘
प्रो. एसपी सिंह कुलपति, लखनऊ विश्वविद्यालय
‘मामला डीनशिप का ही है उसी पर तो मैं केस करुंगा। जब विवि से मुझे न्याय नहीं मिला तो अंत में कोर्ट ही जाना पड़ेगा। अब खुद ही केस कर खुद ही लीगल सेल से जवाब तो नहीं दे सकते।’ 
प्रो. डीएनएस यादव, नि:वर्तमान निदेशक लीगल सेल लखनऊ विश्वविद्यालय

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