लखनऊ: पूजा-पाठ कर सीएम हाउस में ‘गृह प्रवेश’ करेंगे योगी आद‍ित्‍यनाथ

गोरखपुर मठ के महंत और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नया पता अब लखनऊ का 5 कालीदास मार्ग होगा। यह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का आवास है। योगी आदित्यनाथ ने रविवार को यूपी के सीएम पद की शपथ ली थी। अब वह इस नए घर में रहेंगे। लेकिन गृह प्रवेश से पहले घर का शुद्धिकरण कराया जा रहा है।इसके लिए विशेष रूप से गोरखपुर स्थित गोरक्षनाथ पीठ के 7 पुरोहितों की एक टीम बुलाई गई है, जो इस प्रक्रिया को पूरा करेगी। इसकी अगुआई आचार्य रामानुज त्रिपाठी करेंगे। पूरे विधि-विधान एवं सनातन पद्धति से पूजा-पाठ किया जाएगा। इसके अलावा चल शिव की प्राण पद्धति के साथ शुद्धिकरण की प्रक्रिया होगी। पुरोहितों के साथ-साथ खुद योगी आदित्यनाथ भी शुद्धिकरण पूजा में शामिल होंगे। सूत्रों के मुताबिक योगी के नए घर में हवन कुंड भी बनाया जा रहा है और साथ ही पूजा के लिए अलग कमरा भी तैयार किया जा रहा है। बता दें कि योगी आदित्यनाथ पहली बार गोरखपुर वाले मठ को छोड़कर कहीं और रहने जा रहे हैं।

जानकारी मिली है कि यूपी के नए मुख्यमंत्री नई जगह पर रहने या कार्य करने के पहले पूजा कराते हैं। रविवार को उनके शपथ लेने के बाद 5 कालीदास मार्ग पर उनके नाम की नेम प्लेट लगा दी गई थी।11 मार्च को यूपी विधानसभा चुनावों के नतीजे आने के बाद बीजेपी खेमे में खुशी की लहर दौड़ गई थी। बीजेपी+ को 325 से ज्यादा सीटें मिली थीं। इसके बाद बीजेपी के सामने विधायक दल का नेता चुनने की चुनौती थी। इसे लेकर कई नाम सामने आ रहे थे, जिसमें से एक गृह मंत्री राजनाथ सिंह का भी था। कयास लगाए जा रहे थे कि रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा को भी यह पद दिया जा सकता है, लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी चीफ अमित शाह की जोड़ी ने सभी अटकलों को विराम देते हुए शनिवार (18 मार्च) को गोरखपुर से बीजेपी सांसद योगी आदित्यनाथ को विधायक दल का नेता चुन लिया था।

रविवार को योगी आदित्यनाथ ने यूपी के 21वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। उनके साथ दो उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा समेत 22 कैबिनेट मंत्रियों ने भी शपथ ली है। लखनऊ के कांशीराम स्मृति उपवन में हुए समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, मुरली मनोहर जोशी,  लालकृष्ण आडवाणी समेत कई बड़े नेता शामिल हुए। समारोह में 9 राज्यों के मुख्यमंत्री के साथ पूर्व सीएम अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव मौजूद थे।

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