रोडवेज की नई मुसीबत बसों में टिकट मशीनों के सॉफ्टवेयर में खराबी के चलते मशीनों में गलत रेकार्ड हो रहे दर्ज

नई बसों की खरीद को लेकर विवादों में घिरे रोडवेज के लिए दूसरी मुसीबत खड़ी हो गई है। नई मुसीबत बसों में टिकट मशीनों में गड़बड़ी की है। पिछले तीन-चार दिनों से सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी के चलते मशीनों में गलत रेकार्ड दर्ज हो रहा। परिचालक 26 यात्री के टिकट काट रहे तो मशीन में 20 ही दर्ज हो रहे।

टिकट मशीनों की गड़बड़ी पर परिचालकों ने इन्हें ले जाने से इन्कार कर दिया है। वह आरोप लगा रहे कि अगर इस परिस्थिति में चेकिंग टीम ने उन्हें रोक लिया तो बेटिकट के मामले में फंस सकते हैं। शनिवार को भी दिल्ली रूट पर कई बसों में टिकट की मशीनों में गड़बड़ी की शिकायत रही।

तीन दिन पूर्व लखनऊ रूट पर भी शिकायत हुई थी। बावजूद इसके मशीनों को ठीक नहीं कराया गया। परिचालकों ने बताया कि कुछ मशीनें बेहद पुरानी हो चुकी हैं और इनके हार्डवेयर में गड़बड़ी के चलते ऐसी स्थिति बन रही। वहीं, महाप्रबंधक दीपक जैन ने बताया कि अभी उन्हें इस संबंध में कोई शिकायत नहीं मिली है। अगर गड़बड़ी की बात है तो इसे दिखाया जाएगा।

आंदोलन की चेतावनी

उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन की बी डिपो शाखा की तरफ से डिपो एजीएम को 20 दिसंबर से अनिश्चितकालीन धरने की चेतावनी दी गई है। शाखा मंत्री संदीप कुमार की तरफ से दिए नोटिस में एजीएम पर कर्मचारियों की समस्याओं को अनदेखा करने का आरोप लगाया गया।

बताया गया कि डिपो में सरप्लस चालक व परिचालक होने के बावजूद अनियमितता कर मनमाने ढंग से कुछ कर्मियों को अतिकाल भत्ते भी दिए जा रहे। फास्टैग के लिए परिचालक को परेशान नहीं कर अलग कार्मिक नियुक्त करने की मांग की गई। यूनियन ने ऐसे 11 बिंदुओं के निस्तारण की मांग की है।

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