मायावती बोली, मोदी कितना भी करें ड्रामा, प्रदेश की जनता सब जानती है

लखनऊ: बसपा सुप्रीमो मायावती ने एकबार फिर से फतेहपुर की रैली में पीएम मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने पीएम मोदी के गोद लिए बेटे वाले बयान पर कहा है कि वह अपनी पार्टी को सत्ता में काबिज करने के लिए प्रदेश को अपना मां बाप और खुद को गोद लिया बेटा बताते हैं। 

मायावती ने कहा कि प्रदेश की जनता बीजेपी के चाल, चरित्र से वाकिफ है, कभी आशीर्वाद नहीं देगी।  

मायावती ने कहा कि आप लोग अपना व्रत तब खोलना जब अपना वोट डालकर अपने घर चले जाना।चुनाव के दिन माातएं-बहनों अपने आदमियों को व्रत रखवा देना, उनसे कह देना कि जबतक खाना नहीं मिलेगा जबतक आप हमारे साथ चलकर अपना वोट नहीं डाल देते।

मेरी रैलियों में सज-धजकर महिलाएं आती हैं, वह चमक-धमक कर आती हैं। मेरी रैलियों में आने वाली माताएं बहनें कहती हैं कि बहनजी की रैली में जा रहे हैं और पुराने कपड़े भी साफ करके पहनकर आती हैं।

मेरी रैलियों में भारी संख्या में लोग आते हैंमेरी रैलियों में आने वाली भीड़ को पीएम देख लें तो उनका अंदाजा हो जाएगा कि यूपी किसके साथ है।

पीएम मोदी की रैली में 10-10 फीट की दूरी पर कुर्सियां लगाई जाती है ताकि भीड़ दिखे और फोटो के जरिए कहीं और की फोटो दिखाई जाती है।भाजपा व पीएम मोदी ने एक ही बड़ा काम किया है कि इन्होंने अपने चहेते पुंजीपतियों को पहले से भी अधिक मालामाल बना दिया है।

आजतक केंद्र की सरकार ने लोगों को नहीं बताया कि कालाधन से क्या लाभ हुआ, इससे साफ है कि यह नोटबंदी का फैसला राजनीतिक लाभ के लिए लिया गया था।भाजपा ने आजतक नहीं बताया कि नोटबंदी के बाद तीन महीनों के अंदर कितना कालाधन इकट्ठा किया गया है।

बसपा की खुली चुनौती के बाद भी भाजपा ने अभी तक इस मामले पर जवाब नहीं दिया है।यह आम चर्चा है कि पीएम ने नोटबंदी के फैसले से पहले ही 10 महीनों के भीतर अपनी पार्टी का व अपने वरिष्ठ नेताओं और चहेते धन्नासेठों का कालाधन पूरे तरीके से ठिकाने लगा दिया है।

भाजपा ने कहा था कि केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद 100 दिनों के भीतर कालाधन वापस लाकर 15 लाख रुपए देगी, लेकिन आजतक लोगों के खाते में एक भी रुपए नहीं आए हैं।

प्रदेशवासी बसपा की पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनाने जा रही है।इन सब नाटकबाजी के बाद भी प्रदेश की जनता इनकी चाल, चरित्र से वाकिफ है और उन्हें कभी अपना आशीर्वाद नहीं मिलेगा।पीएम मोदी भी अपनी पार्टी को सत्ता में काबिज करने के लिए प्रदेश को अपना मां बाप और खुद को गोद लिया बेटा बताते हैं। 

दलित समाज बसपा के साथ एकजुट है और मुस्लिम साथ आए तो इसका नुकसान भाजपा को होगा और वह कभी सत्ता में काबिज नहीं हो सकती है।मुस्लिम सपा को वोट देते हैं तो वो बेकार होगा, इसका फायदा भाजपा को मिलेगा।

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