सिरसा डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम और हनीप्रीत को लेकर अब 5 ऐसे सनसनीखेज खुलासे हुए हैं, जिन्हें जानकर यकीं नहीं कर पाएंगे लोग।
एक खुलासा ये कि सिरसा के डेरे से गायब हुई नकदी बठिंडा और चंडीगढ़ में सेफ है। डेरे से नकदी गायब करने में एक कांग्रेसी नेता का अहम रोल बताया जा रहा है। डेरे से जुड़े खुफिया सूत्रों के मुताबिक, जब पंचकूला की अदालत ने डेरामुखी राम रहीम को सजा सुनाई तो बठिंडा से संबंधित एक कांग्रेस नेता सीधा डेरे में आया। वहां करीब दो दिन रुकने के बाद डेरे में रखे सारे कैश को करीब चार वाहनों में भरकर अलग-अलग जगह ले जाया गया।
सूत्रों का कहना है कि उस कांग्रेस नेता ने यह कैश अपने किसी जानने वाले तीसरे शख्स के पास सेफ रखा हुआ है। दो हिस्सों में रखे इस कैश की बठिंडा और चंडीगढ़ में वह शख्स ही निगरानी कर रहा है। दूसरा खुलासा ये हुआ है कि डेरामुखी को जेल में छोड़ने के बाद डेरामुखी की मुंहबोली बेटी हनीप्रीत उसी कांग्रेस नेता के साथ डेरे में आई थी। हनीप्रीत यहां एक दिन रुकी और जरूरी कागजात व नकदी इकट्ठी की।
फिर हनीप्रीत बठिंडा से संबंधित एक शख्स के साथ पहले डेरामुखी के गांव गुरुसरमोडिया गई। उसके बाद कांग्रेस नेता की मदद से वह बठिंडा के दो गांवों में कुछ दिन रुकी, लेकिन उसे गिरफ्तारी का डर था, इसलिए वह बठिंडा से निकल गई। अब मामले की जांच कर रही हरियाणा पुलिस की एसआईटी ने उक्त कांग्रेसी नेता को जांच में शामिल करने की तैयारी शुरू कर दी है। सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस नेता से हनीप्रीत के बारे में भी पूछताछ की गई थी। हालांकि पुलिस ने इस पूछताछ के बारे में मीडिया को ज्यादा कुछ नहीं बताया था।
वहीं अब पूरे डेरा प्रकरण से खुद को बाहर निकालने के लिए कांग्रेसी नेता एक बड़े नेता की शरण में पहुंच चुका है। सूत्रों का दावा है कि पंचायत विभाग के एक अधिकारी ने दोनों नेताओं की मीटिंग करवाई हैं। बता दें कि छह फरवरी को सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने साफ तौर पर कहा था कि डेरे से गायब कैश के मामले में एसआईटी अदालत को गुमराह न करे। अगली पेशी पर गायब हुए कैश के संबंध में पूरी रिपोर्ट अदालत में पेश की जाए।