राजस्थान में उदयपुर जिले के जावरमाइंस थाना क्षेत्र में इस तरह उग्र हुआ हत्या के विरोध में प्रदर्शन

राजस्थान में उदयपुर जिले के जावरमाइंस थाना क्षेत्र में रमेश पटेल हत्याकांड के बाद सोमवार को पटेल समाज के बवाल और पुलिस से आमने-सामने के घटनाक्रम के बाद मंगलवार को सुबह आठ बजे से अगले 24 घंटों के लिए जिले के कुछ क्षेत्रों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। यह आदेश संभागीय आयुक्त ने मंगलवार सुबह ही जारी किए। जिन क्षेत्रों में इंटरनेट सेवाएं बंद की गई हैं उनमें मावली, वल्लभनगर, डबोक, घासा, कैलाशपुरी, सराड़ा, जावरमाइंस, सलूम्बर, झल्लारा, सेमारी शामिल हैं।

बताया जा रहा है कि इंटरनेट सेवाओं को बंद करने में वे क्षेत्र भी जोड़े गए हैं, जहां पटेल समाज द्वारा आंदोलन की आशंका है। क्योंकि, जावरमाइंस और आसपास के क्षेत्र में बवाल के बाद मावली-वल्लभनगर-डबोक क्षेत्र में इंटरनेट सेवाओं को भी बंद किया गया है, जहां पटेल समाज के लोग रहते हैं।

 

गौरतलब है कि पिछले दिनों रमेश पटेल लापता हो गया था और चार दिन बाद उसका शव मिला। मामले में पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि इसमें अन्य आरोपित भी हैं जिन्हें पुलिस बचा रही है। सभी आरोपित मीणा समाज से हैं। इसी के चलते पटेल समाज आक्रोशित हो गया था और सोमवार को जावरमाइंस-पिलादर क्षेत्र में तनावपूर्ण स्थिति हो गई थी। पुलिस को लाठीचार्ज के बाद भीड़ को काबू करने के लिए रबड़ की गोलियां चलाई जिससे दो ग्रामीण घायल हो गए। पत्थरबाजी में थानाधिकारी सहित सात पुलिसकर्मियों को भी चोटें आईं। पुलिस के तीन वाहनों के अलावा राजस्थान रोडवेज की दो बसें भी फूंक दी थीं।

आईजी ने कहा, भीड़ को काबू करने मजबूरन चलानी पड़ी रबड़ की गोलियां

पुलिस महानिरीक्षक बिनीता ठाकुर ने कहा कि उग्र ग्रामीणों के पथराव एवं आगजनी की घटना के बाद पुलिस को मजबूरन रबड़ की गोलियां चलानी पड़ीं। वह सोमवार रात मीडिया से बात कर रही थीं।

उदयपुर जिले के पिलादर गांव में रमेश पटेल की हत्या के मामले को लेकर सोमवार को चले बवाल के बाद पुलिस लाठीचार्ज, हवाई फायर और उसमें लोगों के घायल होने के बाद रात को उदयपुर रेंज आईजी बिनीता ठाकुर ने उदयपुर में मीडिया से बातचीत की।

आईजी ठाकुर ने कहा कि पुलिस ने रमेश के हत्या के मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन लोग और भी लोगों को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे। पुलिस मामले पर अनुसंधान कर रही थी और अगर किसी अन्य की भूमिका सामने आती तो उन पर भी कार्रवाई की जाती। लोगों से भी लगातार समझाइश की जा रही थी, लेकिन जब उन्होंने रोड जाम करने का प्रयास किया तो पुलिस को मजबूरन लाठीचार्ज करना पड़ा। उन्होंने बताया कि पुलिस ने भीड को काबू में करने के लिए रबर की चार राउंड गोलियां चलाईं, जिसमें दो लोग घायल हुए हैं। हुड़दंगियों की ओर से किए गए पथराव में एक थानाधिकारी सहित छह जवानों को चोटें आई हैं। आईजी ने कहा कि अभी स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। हुड़दंग करने वालों के खिलाफ रोडवेज और पुलिस की ओर से दो मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इसी आधार पर अनुसंधान किया जा रहा है। आईजी ने कहा कि पूरे मामले की निष्पक्ष और सही जांच की जाएगी।

इस तरह उग्र हुआ हत्या के विरोध में प्रदर्शन

राजस्थान में उदयपुर जिले के जावरमाइंस थाना क्षेत्र में एक युवक की हत्या के विरोध में किया जा रहा प्रदर्शन उग्र हो गया है। गुस्साए लोग पुलिस पर पथराव और आगजनी करने लगे। भीड़ ने पुलिस के तीन वाहनों के अलावा राजस्थान रोडवेज की दो बसों को भी आग के हवाले कर दिया। भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस ने पहले लाठीचार्ज किया और बाद में बेकाबू प्रदर्शनकारियों पर रबर की गोलियां भी दागीं। पथराव से जावरमाइंस थानाधिकारी धनपत सिंह सहित पुलिस के आठ जवान घायल हो गए। वहीं, रबर की गोली लगने से एक ग्रामीण भी घायल हो गया। पुलिस ने 150 से अधिक ग्रामीणों को हिरासत में लिया है।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक जावरमाइंस थाना क्षेत्र के पिलादर गांव के युवक रमेश पटेल की पिछले दिनों हुई हत्या के मामले में आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर ग्रामीण जयसमंद मार्ग पर जाम लगाकर प्रदर्शन कर रहे थे। मौके पर पहुंची पुलिस पर प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि वह आरोपितों को बचा रही है। इसी दौरान ग्रामीण उग्र हो गए और उपद्रव शुरू कर दिया। पुलिस पर हुए हमले की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक कैलाश विश्नोई ने अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर भेजा। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को चेतावनी देते हुए जाम हटाने का आग्रह किया, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने फिर पथराव शुरू कर दिया और पुलिस के वाहनों को पलटकर आग लगा दी। देखते ही देखते भीड़ ने पुलिस की बस, एक जीप तथा एक बाइक फूंक दी। इसी दौरान उदयपुर की ओर से आ रही राजस्थान रोडवेज की बस से यात्रियों को उतारकर उसे आग के हवाले कर दिया गया। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।

पुलिस ने भीड़ को काबू करने रबर की गोलियां दागीं। एक घंटे बाद हालात काबू में आए। रबर की गोली लगने से घायल ग्रामीण बाबूलाल को पुलिस ने उदयपुर के एमबी अस्पताल में भर्ती करवाया है, जबकि घायल पुलिसकर्मियों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया गया है। पुलिस पर शराब माफिया को बचाने का आरोप जावरमाइंस के पिलादर गांव से आठ जुलाई को लापता रमेश पटेल का चार दिन बाद जयसमंद अभयारण्य से शव बरामद हुआ था। पुलिस ने इस मामले में दो युवकों को गिरफ्तार किया था, लेकिन रमेश के परिजन और अन्य ग्रामीणों को आरोप है कि रमेश की हत्या शराब माफिया तथा तस्करों ने करवाई है, पुलिस उन्हें बचा रही है।

हत्या के मामले में पुलिस दो युवकों को गिरफ्तार कर चुकी है। दोनों ने रमेश की हत्या करना कुबूल भी कर लिया है।

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