राजस्थान के करौली जिले में एक बार फिर टाइगर ने सो रहे एक युवक का किया शिकार…
राजस्थान के करौली जिले में एक बार फिर टाइगर ने एक युवक का शिकार किया है। करौली जिले के मेदपुरा-गांव में घर के आंगन में चारपाई (खाट) पर सो रहे एक युवक को टाइगर गुरूवार सुबह करीब छह बजे उठाकर ले गया। कुछ दूर खेत में ले जाकर टाइगर ने उसका शिकार किया और फिर जंगल में चला गया।
मृतक युवक 30 वर्षीय पिंटू माली पुत्र रामसहाय माली का टाइगर ने शिकार किया। ग्रामीणों ने पुलिस और वन विभाग को सूचना दी। ग्रामीण पिंटू माली का शव लेकर धरने पर बैठ गए। मृतक के परिजनों को मुआवजा दिए जाने की मांग कर रहे ग्रामीणों को बाद में प्रशासनिक अधिकारियों ने समझाइश कर धरने से उठाया। सरकार की तरफ से मुआवजे का आश्वासन दिया गया।
पिंटू माली अपने खेत में बने घर के आंगन में मां,पत्नी और बच्चों के साथ सो रहा था। इसी दौरान गुरूवार अल सुबह अचानक टाइगर ने उस पर हमला कर दिया। टाइगर पिंटू को उठाकर खेत में ले गया। पिंटू और टाइगर की आवाज सुनकर उसकी पत्नी एवं मां की नींद खुली तो उन्होंने जोर-जोर से चिल्ला कर ग्रामीणों को बुला लिया। ग्रामीण टाइगर की तरफ भागे।
ग्रामीणों की भीड़ देखकर टाइगर पिंटू को खेत में ही छोड़कर जंगल में चला गया। ग्रामीणों ने बताया कि आबादी इलाके में टाइगर के आने की सूचना पर वन विभाग की टीम ट्रेकिंग कर रही थी। घटना के समय टीम गांव में ही मौजूद थी। टाइगर द्वारा पिंटू माली पर हमले के समय टीम के गांव में मौजूद होने और सूचना मिलने पर भी मौके पर देरी से पहुंचने से नाराज ग्रामीणों ने हंगामा शुरू कर दिया। ग्रामीणों ने टीम के आठ सदस्यों बंधक बना लिया, हालांकि बाद में अधिकारियों ने समझा कर उन्हे मुक्त कराया ।
पहले भी किया था ग्रामीण का शिकार
पिंटू माली का शिकार करने वाले टाइगर की पहचान टी-104 के रूप में हुई है। यह टाइगर रणथम्भौर सेंचूरी का है। इस दिनों सेंचूरी से बाहर आबादी इलाकों में भ्रमण कर रहा है। यह पहले भी सेंचूरी से बाहर आया था। अब इसने 31 जुलाई को ग्रामीण रूप सिंह को अपना शिकार बनाया था। इसके बाद 12 अगस्त को ट्रेंकुलाइज कर इसे सेंचूरी में छोड़ दिया गया था,लेकिन वह फिर बाहर आ गया।