राजधानी में एक 26 वर्षीय युवक की उसी के दोस्त ने गोली मार हत्या कर दी…

राजधानी में गुरुवार को एक 26 वर्षीय युवक की उसी के दोस्त ने गोली मार हत्या कर दी। मामूली विवाद में चली गोली मृतक के सीने में जाकर धंसी। घटना से आक्रोशित मृतक के परिवारजन और समर्थकों ने पहले अमीनाबाद स्थित प्रकाश कुल्फी चौराहे पर और फिर बलरामपुर अस्पताल में जमकर हंगामा किया। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो परिवारजन अस्पताल से शव लेकर भाग निकले।

विरोध पर पुलिस से नोकझोंक भी हुई। कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने शव को वापस अस्पताल की इमरजेंसी में रखवाया। इस दौरान करीब तीन घंटे तक अस्पताल की इमरजेंसी सेवा ठप रही। पुलिस का कहना है कि आरोपित को  गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ की जा रही है।

ये है पूरा मामला 

मामला अमीनाबाद स्थित जूता वाली गली का है। यहां मौलवीगंज निवासी  विपिन सोनकर (26) पूड़ी की दुकान चलाता था। गुरुवार रात लगभग 10 बजे वह बताशे वाली गली में रहने वाले दोस्त लालू शुक्ला के साथ बैठा था। इस बीच किसी बात को लेकर उनका विवाद हो गया और गाली-गलौच शुरू हो गई। तभी लालू ने तमंचा निकाला और विपिन के सीने में गोली दाग दी। गोली चलने की आवाज सुनकर वहां अफरातफरी मच गई और आरोपित लालू भाग निकला। कुछ ही देर में मौके पर भीड़ जुट गई। पुलिस विपिन को बलरामपुर अस्पताल लेकर पहुंची, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

बेटे की मौत की खबर सुन, मां बेहोश 

घटना की जानकारी जैसे ही विपिन के परिवारजनों को मिली तो उसके घर में कोहराम मच गया। उसकी मां कमलेश गश खाकर गिर पड़ीं। कमलेश की हालत बिगड़ती देख आस पड़ोस के लोगों ने पानी की छींटे डाली तो वह होश में आईं। विपिन के भाई सचिन ने बताया कि विपिन तीन भाइयों में सबसे छोटा था। स्थानीय लोगों के मुताबिक, विपिन और लालू दोनों दोस्त थे। वह दोनों अक्सर साथ में नजर आते थे।

आक्रोशित लोगों ने दुकानों में की तोडफ़ोड़

जानकारी पाकर मृतक के घरवाले व अन्य लोग घटनास्थल पर पहुंच गए और हंगामा करने लगे। आक्रोशित लोगों ने प्रकाश कुल्फी चौराहे पर दुकानों में तोडफ़ोड़ शुरू कर दी। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया और लोगों को खदेड़ दिया।

अस्पताल पहुंचे सैकड़ों लोग,  पुलिस से धक्कामुक्की 

विपिन की मौत की खबर मिलते ही बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरुष बलरामपुर अस्पताल पहुंच गए। लोगों ने अस्पताल की इमरजेंसी वार्ड पर ही नारेबाजी शुरू कर दी। पुलिस बल की कमी होने के कारण नाराज लोगों ने शव को पुलिस के कब्जे से छीन लिया और उसे लेकर बाहर निकल आए। इस दौरान लोगों की पुलिस से धक्कामुक्की भी हुई। घरवालों के हस्तक्षेप के बाद अस्पताल के मुख्य गेट से शव को ले जाकर दोबारा इमरजेंसी में रखा गया। इस बीच पीएसी व कई थानों की पुलिस अस्पताल पहुंची और लोगों को शांत कराया। आधी रात को कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने अस्पताल से शव को हटवाकर पोस्टमॉर्टम हाउस भिजवाया।

 

बढ़ाई गई आरोपित के घर की सुरक्षा

हत्यारोपित लालू शुक्ला को गिरफ्तार कर पुलिस वारदात का कारण पता लगा रही है। सुरक्षा के लिहाज से आरोपित के घर पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। प्रकाश कुल्फी चौराहे के पास पीएसी मुस्तैद कर दी गई है। सूत्रों का कहना है कि गाली देने को लेकर विवाद हुआ था। हालांकि, पुलिस के अनुसार हत्या का कारण स्पष्ट नहीं है।

 

तीन घंटे ठप रही इमरजेंसी सेवा

वहीं, हंगामें के बीच अस्पताल की इमरजेंसी सुविधाएं करीब तीन घंटे तक बाधित रहीं। कई मरीजों को इलाज नहीं मिला और वह लौट गए। उधर, इमरजेंसी में भर्ती मरीज हलकान दिखे। बवाल के दौरान मलिहाबाद, सीतापुर रोड, खदरा साइड से कई गंभीर मरीज इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे। जहां, बवाल देखकर वह अपने मरीज को एंबुलेंस से बाहर निकालने की हिम्मत न जुटा सके। एक-दो मरीजों को लेकर पहुंचे भी तो उनका इलाज नहीं हुआ। बिना इलाज के ही मरीज लौट गए।

पुलिस पर पीटने का आरोप

मृतक के घर वालों ने अमीनाबाद पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया है। घरवालों का कहना है कि थाने पर पुलिस ने उनके साथ अभद्रता की। साथ ही मृतक के परिवारजन ने पुलिस पर लाठी चार्ज का आरोप भी लगाया है।

क्या कहना है पुलिस का? 

एएसपी पश्चिम विकास चंद्र त्रिपाठी के मुताबिक, हत्यारोपित लालू शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस उससे पूछताछ में जुटी है। आरोपित का अपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है।

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